News Room Post

Rajasthan: कोटा में रामनवमी को हिन्दू संगठन की भगवा रैली पर प्रशासन की ना, संवेदनशील क्षेत्र बताकर नहीं दी आज्ञा

नई दिल्ली। जिस कोटा शहर से वर्तमान में राज्य सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर, लोकसभा अध्यक्ष एवं 2 बीजेपी विधायक आते है उसी कोटा में हर बार की भांति रामनवमी पर महासेना हिन्दू संगठन द्वारा निकाली जाने वाली भगवा रैली पर पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र को संवेदनशील बताते हुए इस वर्ष रोक लगा दी है जिस पर हिंदूवादी संगठनों में रोष व्याप्त हो गया एवं उन्होंने राज्य सरकार पर अब तुष्टिकरण का आरोप लगाया है। संगठन ने 28 मार्च को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर रामनवमी के उपलक्ष्य पर राष्ट्रदूत कार्यालय से शुरू होकर-कैथूनीपोल-श्रीपुरा-सब्जी मंडी आदि मार्ग से होते हुए किशोर सागर तालाब तक विशाल भगवा रैली निकालने की आज्ञा मांगी थी जिस पर सम्बंधित पुलिस थाने ने रैली के लिए प्रस्तावित मार्ग को संवेदनशील बताते हुए 7 दिन बाद संगठन के पदाधिकारियों को उक्त मार्ग पर भगवा रैली निकालने की अर्जी को अस्वीकार कर दिया।

संगठन के पदाधिकारी समीर सैनी (संजय) ने बताया कि,”हर वर्ष की भांति हमारे संगठन ने इस बार भी रामनवमी पर विशाल भगवा रैली निकालने के लिए नियमानुसार 28 मार्च को ही कार्यालय में आवेदन किया लेकिन आज पुलिस अधिकारी ने हमारे आवेदन को प्रस्तावित मार्ग संवेदनशील बताते हुए निरस्त कर दिया.जबकि कई वर्षो से हम उसी मार्ग से शांतिपूर्ण रैली निकालते है। अनंत चतुर्दशी का जुलूस भी उसी मार्ग से गुजरात है। हमारा खुद का मुख्य कार्यालय उसी मार्ग पर है। मुस्लिम संगठनों के विरोध में पुलिस ने भगवा रैली निकालने से मना किया है।”

वहीं इस मामले में सम्बंधित पुलिस थाने कैथूनीपोल के सीआई विनोद कुमार लाखेरा का कहना है कि, “उक्त मार्ग संवेदनशील है और वहां से किसी भी प्रकार की धार्मिक रैली भले वो किसी भी धर्म की हो का आयोजन कई वर्षो से निषेध है। इसलिए शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए रामनवमीं पर निकलने वाली भगवा रैली को निकालने की आज्ञा नहीं दी जा सकती। हिंदूवादी संगठन को वैकल्पिक मार्ग के बारे में बता दिया गया है।”

उक्त रैली के प्रस्तावित मार्ग क्षेत्र से बीजेपी विधायक संदीप शर्मा ने पुलिस प्रशासन द्वारा सरकार के इशारों से भगवा रैली को रोककर हिन्दुओं को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया है। विधायक शर्मा का कहना है कि,”यह प्रशासन का फ्लॉप शो है कि वो कानून व्यवस्था बनाये रखने में नाकाम है, साथ ही जिस प्रकार से किसी स्थान को सवेंदनशील बताकर हिन्दुओं को भगवा रैली निकालने से मना करते है यह अपने आप में हास्यास्पद है क्योंकि उस क्षेत्र में सभी कार्य होते है, धार्मिक रैलियां भी निकलती है। पुलिस प्रशासन का रवैया सकारात्मक होना चाहिए लेकिन फ़िलहाल कांग्रेस सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन शांति व्यवस्था के नाम पर हिन्दू भावनाओं को ही हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहा है तथा उनका यह नकारात्मक व्यवहार कोटा की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। अभी कुछ समय पहले ही धार्मिक उन्माद फैलाने वाला कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन PFI जो की भारत में बैन है, को इसी प्रशासन ने रैली निकालने की आज्ञा के साथ पुलिस सुरक्षा भी दी, जिसमें देशद्रोह के केस में बंद एवं देश के खिलाफ साजिश रचने वाले शरजील इमाम, उमर खालिद जैसे आरोपियों का खुलेआम महिमामंडन किया गया था,लेकिन हिन्दुओं की बात आते ही कांग्रेस राज में प्रशासन का रवैया दोगला हो जाता है।”

Exit mobile version