नई दिल्ली। पहलवानों के यौन शोषण में घिरे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने यूपी के गोंडा में अवैध खनन और ओवरलोडिंग वाले ट्रक चलाने के मामले में बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। एनजीटी ने यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, पर्यावरण मंत्रालय और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम बनाकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच करने के लिए कहा है। इस कमेटी को एक हफ्ते में गोंडा जिले में हो रहे अवैध खनन की जांच के लिए मौके पर पहुंचना है। फिर नवंबर के पहले हफ्ते में एनजीटी को जांच रिपोर्ट सौंपनी है।
एनजीटी को शिकायत भेजी गई थी गोंडा के तीन गांवों में अवैध खनन हो रहा है। यहां खनन कर निकाले जा रहे खनिज को बेचा जा रहा है। खनिज ले जा रहे ओवरलोडिंग वाले ट्रकों की वजह से पुल और एक सड़क को नुकसान होने की भी शिकायत एनजीटी से की गई है। आरोप लगाया गया है कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की सिरपरस्ती में अवैध खनन किया जा रहा है। शिकायत मिलते ही एनजीटी ने संबंधित इलाके में अवैध खनन और 700 ट्रकों के चलने पर रोक लगाने का आदेश पहले ही दिया था। अब इस मामले में जांच बिठाई गई है। यूपी सरकार की तरफ से जांच कमेटी का हिस्सा गोंडा के डीएम भी होंगे। बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह गोंडा की कैसरगंज सीट से सांसद हैं।
बृजभूषण शरण सिंह की तरफ से अभी अवैध खनन के आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वो यौन शोषण के मामलों में पहले ही आरोपी बनाए जा चुके हैं। जुलाई में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने शर्तों के साथ बृजभूषण शरण सिंह को जमानत दी थी। बृजभूषण हालांकि लगातार कहते रहे हैं कि किसी भी महिला खिलाड़ी से कोई गलत हरकत उन्होंने नहीं की। बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि अगर एक भी आरोप साबित हो गया, तो वो खुद फांसी लगा लेंगे।