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Farmers Agitation: चुनाव आते ही फिर किसान आंदोलन की तैयारी, पिछली बार इस पार्टी की मदद का हुआ था खुलासा

skm file

नई दिल्ली। इस साल गुजरात में विधानसभा चुनाव है। अगले साल राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भी चुनाव होने हैं। इससे ठीक पहले संयुक्त किसान मोर्चा SKM के नेता योगेंद्र यादव ने फिर किसान आंदोलन की धमकी दी है। योगेंद्र ने कहा है कि एसकेएम फिर से आंदोलन करने वाला है। क्योंकि केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP की कानूनी गारंटी देने के मामले में वादाखिलाफी करते हुए कदम खींच लिए हैं। बता दें कि मोदी सरकार ने किसानों के साथ कमेटी बनाकर एमएसपी पर चर्चा करने की बात कही थी। फिर यूपी समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की वजह से इसे टाल दिया गया था।

योगेंद्र यादव ने बताया कि 8 जून को नई दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बैठक कर राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करने के बारे में फैसला लेंगे। वहीं, अखिल भारतीय किसान संघर्ष सहयोग कमेटी AIKSCC ने मांग की है कि पश्चिम बंगाल सरकार भी राज्यस्तर पर एमएसपी को कानूनी गारंटी दे। इसी संगठन से योगेंद्र यादव का जय किसान आंदोलन संगठन भी जुड़ा है। संगठन ने बंगाल के किसानों को फसल बीमा योजना के तहत तत्काल राहत देने की भी मांग ममता बनर्जी सरकार से की है।

बता दें कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने एक साल से ज्यादा वक्त तक दिल्ली की सीमाओं के अलावा हरियाणा और पंजाब में आंदोलन किया था। यूपी समेत अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले ये आंदोलन उस वक्त खत्म हुआ, जब पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कानूनों को वापस लेने का एलान किया। बाद में योगेंद्र यादव ने ये खुलासा भी किया था कि यूपी में सपा गठबंधन को जिताने के लिए किसान आंदोलन ने पिच तैयार कर दी थी, लेकिन अखिलेश मैच जीतने से रह गए। इसके अलावा एक और किसान नेता राकेश टिकैत के भी सपा से रिश्ते सामने आ गए थे। बीते दिनों राकेश टिकैत का संगठन बीकेयू भी इसी मसले पर दो फाड़ हो चुका है।

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