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पुलवामा हमले से है पाकिस्तान का सीधा कनेक्शन, उसके खिलाफ मिला ये बड़ा सबूत

नई दिल्ली। पिछले साल हुए पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एक अहम सबूत सामने आया है। इस सबूत से पता चलता है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का सीधा संबंध है। जांच कंपनियों को जैश सरगना आतंकी मसूद अजहर के भतीजे और इस मामले के मास्टरमाइंड उमर (Pulwama Attack Mastermind Umar) का पाकिस्तान का पहचान पत्र बरामद हुआ है।

बता दें कि पाकिस्तान के इस पहचान पत्र में साफतौर पर लिखा हुआ है कि यह साल 2014 में जारी किया गया, जो कि साल 2021 तक वैलिड है. आतंकी उमर का पिता इब्राहिम अतहर, वहीं शख्स है, जो कि भारतीय जहाज आईसी 814 की हाईजैकिंग में मुख्य आरोपी था। उसने अपने भाई को छुड़ाने के लिए इस जहाज को हाईजैक किया था। उमर, अतहर का ही बेटा है।

इसकेअलावा जांच एजेंसीज को पुलवामा हमले के दौरान जिन दो ड्रम में बम बनाए गए थे, उन दोनों की फोटो भी हाथ लगी है। बम बनाकर आतंकवादियों ने अपने आकाओं को ये फोटो पाकिस्तान भेजे थे। जांच एजेंसीज को उमर के फोन से जो फोटो बरामद हुई है, उसमें फिदायीन आदिल अहमद डार को IED तैयार करते हुए देखा जा सकता है। पुलवामा आतंकियों द्वारा कंस्ट्रक्शन/माइनिंग साइट्स से 300 जिलेटिन स्टिक्स खरीदी गई थीं।

NIA की चार्जशीट में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमर फारूक को इस आत्मघाती हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है। अधिकारियों के अनुसार, उमर ने अप्रैल 2018 में भारत में घुसपैठ की थी और बाद में पिछले साल दक्षिण कश्मीर में एक मुठभेड़ में मारा गया था।

NIA ने इस मामले में कई चुनौतियों का सामना किया, जैसे कि सात आरोपियों के मुठभेड़ और आत्मघाती हमले में मारे जाने से कोई सबूत नहीं मिले, लेकिन केंद्रीय एजेंसी ने सबूत जुटाने के लिए DNA प्रोफाइलिंग सहित फोरेंसिक टेस्ट की मदद ली। जम्मू की एक विशेष अदालत में NIA की तरफ से दायर चार्जशीट के अनुसार, आत्मघाती हमलावर, आदिल अहमद डार द्वारा इस्तेमाल की गई कार की जानकारी जुटाना ही पहली चुनौती थी। इस कार में 200 किलो RDX, कैल्शियम-अमोनियम नाइट्रेट, जिलेटिन स्टिक्स और एल्यूमीनियम पाउडर के कॉकटेल के अलावा कुछ नहीं था।

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