जम्मू। भारत ने जम्मू-कश्मीर से होकर बहने वाली चिनाब नदी को पूरी तरह सुखा दिया है। जम्मू-कश्मीर के अखनूर में चिनाब नदी की तलहटी दिख रही है। जिसमें बहकर आए पत्थर पड़े हुए और लोगों को टहलते देखा जा सकता है। भारत ने रविवार को पहले जम्मू-कश्मीर के बगलिहार बांध को बंद कर चिनाब नदी का पानी रोका था। सोमवार को भारत ने चिनाब नदी पर बने सलाल बांध के गेट भी बंद कर दिए। इससे पाकिस्तान में पानी की जबरदस्त किल्लत हो सकती है। ताजा जानकारी के मुताबिक भारत कभी भी झेलम नदी का पानी भी रोक सकता है।
#WATCH | Jammu and Kashmir: The Chenab River witnessed a significant drop in water levels in the Akhnoor district after the closure of gates at the Baglihar and Salal Dams. pic.twitter.com/ZRs3CzsBjl
— ANI (@ANI) May 5, 2025
पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान से हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया था। साल 1960 में हुए सिंधु जल समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु, झेलम, रावी, ब्यास, चिनाब और झेलम के पानी का बंटवारा किया गया था। खास बात ये है कि साल 1965 और 1971 के युद्ध और लगातार कश्मीर घाटी में आतंकवाद होने के बावजूद भारत ने कभी सिंधु जल समझौते को रद्द नहीं किया था। इस बार पीएम नरेंद्र मोदी ने सख्त रवैया अपनाते हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित किया है। पीएम मोदी पहले भी कहते रहे हैं कि पानी और खून साथ-साथ नहीं बह सकता। चिनाब का पानी बंद होने पर स्थानीय लोग क्या कह रहे हैं, ये भी सुनिए।
#WATCH | Akhnoor, J&K: A local, Ramsur Sharma says “I am 75 years old, but this is the first time I have witnessed that the water of Chenab River can be stopped. I thank PM Modi for his decision. I am shocked to see only 1.5-2 feet of water in the Chenab River. In the next 2… https://t.co/KxJdXdpawI pic.twitter.com/UKZlWBBnYq
— ANI (@ANI) May 5, 2025
वहीं, मोदी सरकार की तरफ से सिंधु जल समझौते को स्थगित करने पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अगर भारत ने सिंधु नदी पर कोई स्ट्रक्चर बनाया, तो पाकिस्तान हमला कर उसे नष्ट करेगा। वहीं, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने तो ये बयान दिया है कि अगर सिंधु में पानी नहीं तो भारतीयों का खून बहेगा। पाकिस्तान में खलबली इसकी है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत अब बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में पाकिस्तान के नेता और मंत्री अपनी जनता को भ्रम में रखने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। क्योंकि पाकिस्तान में जनता को यही समझाया जाता रहा है कि कश्मीर को हासिल करने के लिए वहां आतंकवाद फैलाना जरूरी है।