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बिहार कांग्रेस में नेता बनने की होड़ में मचा बवाल, गाली-गलौज के साथ हुई मारपीट

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव तो खत्म हो गए लेकिन कांग्रेस के भीतर की कलह अब सामने आने लगी है। पार्टी की इस हालत को देखते हुए साफ माना जा रहा है कि करारी हार की वजह से बिहार में कांग्रेस के भीतर सब सही नहीं है। बता दें कि जहां राज्य में नई सरकार बनाने की कवायद चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अपने ही नेताओं से परेशान है। गौरतलब है कि बिहार कांग्रेस में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में शुक्रवार को जमकर बवाल मचा और हाथापाई भी हुई। बैठक के बीच हंगामा इस कदर बढ़ा कि बात मारपीट तक आ गई। दरअसल मामला तब बढ़ा जब विधायक विजय शंकर दुबे को चोर कह दिया गया। बता दें कि चुनाव में हार के बाद राजधानी पटना में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में आज शुक्रवार को कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। लेकिन बैठक के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर बवाल मच गया और गाली-गलौज के साथ-साथ हाथापाई भी हुई।

दरअसल, विधायक दल की बैठक में महाराजगंज से कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे और विक्रम से विधायक सिद्धार्थ के बीच में कांग्रेस विधायक दल के नेता बनने को लेकर झगड़ा हो गया। इस घटना को लेकर बताया जा रहा है बैठक के दौरान विजय शंकर दुबे को सिद्धार्थ के समर्थकों ने चोर कह कर बुलाया, जिससे नाराज होकर दोनों पक्षों की तरफ से जमकर बवाल मचाया गया और हाथापाई हुई।

बता देें कि जिस समय कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही थी, उस वक्त छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडे भी बैठक में मौजूद थे। उनके सामने ही दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी हुई और नौबत मारपीट तक आ गई।

मालूम हो कि बिहार में कांग्रेस को इस बार चुनाव में ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है। महागठबंधन के तहत कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन महज 19 सीटें ही जीत सकी जबकि पिछले चुनाव में 2015 में 27 सीटें जीती थी। जबकि वामपंथी दलों ने 29 सीटों पर लड़कर 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस तरह से लेफ्ट का स्ट्राइक रेट कांग्रेस से काफी बेहतर रहा।

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