नई दिल्ली। कोलकाता के लॉ कॉलेज में विधि छात्रा के साथ गैंगरेप मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश की गई है कि मामले की जांच कोर्ट अपनी निगरानी में सीबीआई से कराए। सुप्रीम कोर्ट के वकील सत्यम सिंह ने अपनी याचिका में जांच के लिए समय सीमा करने करने और पीड़ित छात्रा को आर्थिक मुआवजा तथा सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग उठाई है। याचिकाकर्ता ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा इस मामले में दिए गए बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि दोस्त ही दोस्त का रेप करे तो इसमें क्या किया जा सकता है, का भी याचिका में उल्लेख किया है।
आपको बता दें कि बीजेपी इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार को लगातार घेर रही है। बीजेपी नेता बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांग रहे हैं। उनका कहना है कि एक महिला मुख्यमंत्री के शासनकाल में भी बंगाल में बेटियां, बहनें असुरक्षित हैं। इस मामले में कोलकाता पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें से एक लॉ कॉलेज का सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी है। पीड़िता ने पुलिस को दर्ज कराई अपनी शिकायत में बताया था कि जब आरोपी मुझे खींचकर गार्ड रूम ले जा रहे थे तब सिक्योरिटी वहां असहज खड़ा रहा, उसने मेरी मदद नहीं की।
इस मामले का मुख्य आरोपी लॉ कॉलेज का पूर्व छात्र मोनोजीत मिश्रा है जोकि मौजूदा समय में तृणमूल कांग्रेस छात्र विंग का जिला महासचिव है। उसने छात्रा को शादी के लिए प्रपोजल दिया मगर जब छात्रा ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया तो उसने कॉलेज कैंपस में बने गार्ड रूम में अपने दो साथियों मौजूदा छात्र जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी के साथ मिलकर छात्रा के साथ दरिंदगी की। इतना ही नहीं उसे हॉकी स्टिक से मारने का भी प्रयास किया। पुलिस इन तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर चुकी है।