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PM Narendra Modi: PM मोदी बोले- पूरी दुनिया को भारत के स्वास्थ्य व्यवस्था पर भरोसा

नई दिल्ली। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वेबिनार को संबोधित करते हुए हेल्थ सेक्टर को लेकर कई बाते कहीं। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है। ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

अहम बातें-

स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हमें देश के दूर-दराज के क्षेत्र में भी, जहां चाहे सिर्फ एक नागरिक ही हो, वहां हमें तक पहुंचना है, ये हमारा मिजाज होना चाहिए और इस दिशा में हमें पूरी कोशिश करनी है।

प्राइवेट सेक्टर, PMJAY में हिस्सेदारी के साथ-साथ public health laboratories का नेटवर्क बनाने में PPP मॉडल्स को भी सपोर्ट कर सकता है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, नागरिकों के डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड और दूसरी Cutting Edge Technology को लेकर भी साझेदारी हो सकती है।

देश को वेलनेस सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, क्रिटिकल केयर यूनिट, हेल्थ सर्विलांस इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक लैब्स और टेली मेडिसीन चाहिए। हमें हर स्तर पर काम करना है, हर स्तर को बढ़ावा देना है।

भारत की दवाओं और वैक्सीन के साथ साथ हमारे मसालों और हमारे काढ़े का भी कितना बड़ा योगदान है, ये दुनिया आज अनुभव कर रही है। हमारी ट्रेडिशनल मेडिसीन ने भी विश्व मन पर अपनी एक जगह बनाई है।

कोरोना काल में आयुष से जुड़े हमारे नेटवर्क ने भी बेहतरीन काम किया है। न सिर्फ human research को लेकर बल्कि immunity और scientific research को लेकर भी हमारा आयुष का इंफ्रास्ट्रक्चर देश के बहुत काम आया है।

देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा है। टीबी भी infected person के droplets से ही फैलती है। टीबी की रोकथाम में भी मास्क पहनना, Early diagnosis और treatment, तीनों ही अहम हैं।

भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं। पहला मोर्चा है, बीमारियों को रोकने का यानि Prevention of illness और Promotion of Wellness। दूसरा मोर्चा, गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देने का है। आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं। तीसरा मोर्चा है, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की Quantity और Quality में बढ़ोतरी करना। चौथा मोर्चा है, समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना। मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है।

हमारी सरकार Health Issues को टुकड़ों के बजाय Holistic तरीके से देखती है। इसलिए हमने देश में सिर्फ Treatment ही नहीं Wellness पर फोकस करना शुरु किया। हमने Prevention से लेकर Cure तक एक Integrated अप्रोच अपनाई।

कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव औऱ अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है। आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा, नए स्तर पर है।

Medical equipment से लेकर medicines तक, Ventilators से लेकर vaccines तक, Scientific research से लेकर surveillance infrastructure तक, Doctors से लेकर epidemiologist तक, हमें सभी पर ध्यान देना है ताकि देश भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य आपदा के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहे।

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