नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। जनता मदद की गुहार लग रही है साथ ही लोग अपने स्तर से एक दूसरे की मदद भी कर रहे है। बीते 24 घंटे में देश में 3.32 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं, तो वहीं 2,263 मरीजों ने अपनी गंवाई है। इसके अलावा देश में ऑक्सीजन की किल्लत है और ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर अस्पतालों में हाहाकार मचा हुआ है। इन सबके बीच प्रधानमंत्री मोदी एक के बाद एक बैठक कर रहे हैं। अब उन्होंने 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की, जहां हाल ही में कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी उन 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं, जहां हाल ही में कोरोना के ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हर राज्य को यह सुनिश्चित करना है कि किसी दूसरे राज्य के लिए जा रहे ऑक्सीजन टैंकर को ना रोका जाए। उन्होंने राज्यों से अपील की कि वो अलग-अलग अस्पतालों में ऑक्सीजन ले जाने के लिए एक उच्च स्तरीय समन्वय समिति को गठित किया जाए। यह समिति सुनिश्चित करेगी कि जैसे ही केंद्र की ओर से ऑक्सीजन आवंटित हो, तुरंत उसका वितरण किया जाए।
PM Narendra Modi chaired high-level meeting on #COVID19 situation with CMs of 11 states and UTs which have reported maximum number of cases recently. PM assured Centre’s full support to all states: Prime Minister’s Office (PMO) pic.twitter.com/P9n5O1YQDw
— ANI (@ANI) April 23, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि ऑक्सीजन पहुंचाने के समय को कम करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इसके लिए रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई जा रही है। वहीं वायु सेना की मदद के जरिए भी ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम एक राष्ट्र के तौर पर काम करेंगे तो संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मिलकर किए गए प्रयासों से हम देशभर में कोविड-19 की दूसरी लहर को रोकने में सफल होंगे।
This Coordination Committee should ensure that as soon as there is allotment of oxygen from the centre, it can deliver oxygen as per requirement in different hospitals of the state immediately: Prime Minister's Office (PMO)
— ANI (@ANI) April 23, 2021
उन्होंने आवश्यक दवाओं और इन्जेक्शनों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने का अनुरोध किया। उन्होंने ये भी कहा कि अस्पतालों की सुरक्षा की अनदेखी नहीं होनी चाहिए, हड़बड़ाहट में किसी भी तरह की खरीदारी को कम करने के लिये जागरुकता बढ़ाई जाए।