नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान शुक्रवार को तकनीकी खराबी के चलते देवघर एयरपोर्ट पर रुक गया। इस कारण एयर ट्रैफिक प्रभावित हुआ और कई उड़ानों को रोका गया। पीएम मोदी जमुई के चाकई में जनसभा को संबोधित करने के बाद देवघर लौट रहे थे। हालांकि, विमान में तकनीकी समस्या आने के कारण वह उड़ान नहीं भर सका।
एयर ट्रैफिक पर पड़ा असर
प्रधानमंत्री के विमान के देवघर एयरपोर्ट पर खड़े होने के कारण अन्य उड़ानों पर असर पड़ा। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी का चॉपर गोड्डा के महागामा में चुनाव प्रचार के दौरान करीब एक घंटे तक एयरपोर्ट पर फंसा रहा। राहुल गांधी का चॉपर लगभग दोपहर 2:50 बजे उड़ान भर सका। इसके अलावा, झारखंड के दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का चॉपर भी इस स्थिति से प्रभावित हुआ। मुख्यमंत्री का चॉपर एयर ट्रैफिक ब्लॉक के कारण उड़ान नहीं भर सका और उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वायुयान में तकनीकी खराबी आने के कारण देवघर हवाई अड्डे पर डेढ़ घंटे रुकना पड़ा, जिससे उनके दिल्ली वापसी में कुछ देर की विलंब हुई…@narendramodi @BJP4India #LatestNews #BiharNews pic.twitter.com/Fvs9hGRgRn
— News4Nation (@news4nations) November 15, 2024
तकनीकी खराबी की वजह से विमान पार्क
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान में तकनीकी खामी आने के बाद उसे देवघर एयरपोर्ट पर पार्क किया गया। विमान की खराबी को दूर करने की प्रक्रिया जारी है। जब तक समस्या का समाधान नहीं होता, विमान एयरपोर्ट पर ही खड़ा रहेगा। प्रधानमंत्री शुक्रवार को झारखंड में आदिवासी समुदाय के आदर्श बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने और सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने जमुई के चाकई में भी जनसभा की।
Prime Minister Narendra Modi’s aircraft experienced a technical snag due to which the aircraft has to remain at Deoghar airport causing some delay in his return to Delhi. pic.twitter.com/8IKaK6yttz
— ANI (@ANI) November 15, 2024
ऐसी परिस्थिति में क्या होता है प्रोटोकॉल ?
प्रधानमंत्री के विमान में तकनीकी खराबी की स्थिति में सुरक्षा और संचालन के विशेष प्रोटोकॉल लागू किए जाते हैं। सबसे पहले, प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एयरपोर्ट को हाई-सिक्योरिटी जोन घोषित किया जाता है और SPG सतर्क हो जाती है। तकनीकी समस्या के समाधान के लिए इंजीनियरिंग टीम तुरंत जांच शुरू करती है, और यदि समस्या का तुरंत समाधान संभव न हो, तो वैकल्पिक विमान या यात्रा व्यवस्था की जाती है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) अन्य उड़ानों को रोकने या डायवर्ट करने का निर्देश देता है, जबकि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) और स्थानीय प्रशासन को सूचित कर समन्वय किया जाता है।