नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले दिन आज प्रधानमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 10 साल पहले देश में छवि बनी हुई थी कि पीएमओ बहुत बड़ा पावर सेंटर है। मेरी कोशिश यही है कि पीएमओ पावर सेंटर नहीं बल्कि सेवा का अधिष्ठान होना चाहिए। ये पीपुल्स पीएमओ होना चाहिए, ये मोदी का पीएमओ नहीं हो सकता।
Watch: ''My endeavor has been to establish a service-oriented PMO and make it the People’s PMO'' – PM Modi pic.twitter.com/IhlIzVTMuI
— IANS (@ians_india) June 10, 2024
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे दिल और दिमाग में सिवाय 140 करोड़ देशवासियों के और कुछ नहीं है। मेरे लिए 140 करोड़ नागरिक नहीं हैं, मेरे लिए ये 140 करोड़ लोग परमात्मा का रूप हैं। जब मैं सरकार में बैठकर कोई निर्णय करता हूं तो मुझे लगता है कि 140 करोड़ लोगों के चरणों में इस योजना के रूप में मैंने पुष्प चढ़ाया है, इस भाव से मैं काम करता हूं। मैं न तो सत्ता के लिए पैदा हुआ हूं और न मैं शक्ति अर्जित करने के लिए सोचता हूं। पीएमओ सत्ता का और शक्ति का केंद्र बने ये न मेरी इच्छा है और न मेरा वो रास्ता है।
Watch: ''Desire + Stability = Determination
Determination + Hard work = Success'' – PM Modi pic.twitter.com/bH77AQ6Jei— IANS (@ians_india) June 10, 2024
मोदी ने कहा कि हमारे मन में कई बार बहुत सी इच्छाएं पनपती रहती रहती हैं। इच्छा अगर अस्थिर है तो वो तरंग है और अगर स्थिर है तो संकल्प में बदल जाती है। संकल्प में जब परिश्रम की पराकाष्ठा जुड़ जाती है तब जाकर सिद्धि प्राप्त होती है। जीवन के हर काम को हमें इस दिशा में देखना चाहिए कि इच्छा+स्थिरता=संकल्प और संकल्प+परिश्रम=सिद्धि।
Watch: ''For our team, there are neither constraints of time nor boundaries of thought, nor any predetermined standards for effort'' – PM Modi pic.twitter.com/VNa1b9MRzq
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पीएम ने कहा कि हमारे लिए समय का बंधन नहीं है। हम वो लोग नहीं है जिनके आफिस का समय शुरू होने और काम खत्म होने का समय डिसाइड हो। हमारे लिए सोचने की सीमाएं नहीं हैं, हमारे पुरुषार्थ के लिए कोई मानदंड नहीं है, जो इससे परे है, वही तो मेरी टीम है और उसी टीम पर देश को भरोसा है।