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Rajasthan: राजस्थान में मचे सियासी बवाल से जहां कांग्रेसियों की उड़ी नींद, लेकिन थरूर की चमकी किस्मत…!

नई दिल्ली। राजस्थान में जारी सियासी खींचतान से बेशक देश की सर्वाधिक पुरानी पार्टी कांग्रेस की दुर्गति अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है, लेकिन शायद आपको यह जानकर हैरानी होगी कि राजस्थान में अभी जो भी कुछ भी हो रहा है, उससे कांग्रेस में है कोई ऐसा जिसको आगामी दिनों में फायदा पहुंच सकता है। क्यों हैरान हो रहे हैं ना आप और यह सबकुछ जानने के बाद आप उस नेता से मुखातिब होने के लिए आतुर हो रहे होंगे। तो चलिए अब हम आपकी आतुरता शांत करते हुए उस नेता के बारे में बताते हैं, जिसे राजस्थान में मचे सियासी उबाल से फायदा पहुंचने वाला है। आपको बता दें कि राजस्थान में जारी सियासी उबाल से अगर किसी को आगामी दिनों में फायदा पहुंच सकता है, तो वो हैं शशि थरूर। जी हां…बिल्कुल…चौंक गए ना आप…अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा आप कैसे कह सकते हैं, तो आपको बता दें कि ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि शशि थरूर खुद ही कह रहे हैं।

उन्होंने खुद मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कहा कि अब उन्हें आगामी दिनों में कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव में प्रत्यक्ष रूप से गांधी परिवार का समर्थन हासिल होगा। बता दें कि थरूर ने खुद दावा किया है कि आगामी दिनों में अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव में उन्हें गांधी कुनबे की ओर से सपोर्ट मिलेगा। ध्यान रहे कि बीते दिनों अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता शशि थरूर आमने सामने हैं। दोनों ही एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी हैं। थरूर ने यहां तक दावा किया है कि आगामी दिनों में पार्टी में उनका समर्थन लगातार बढ़ता जाएगा। उन्होंने यहां तक कहा कि जब वे नामांकन पत्र दाखिल करने जाएंगे, तब वे अपने समर्थम को दिखाएंगे।

उन्होंने कहा कि अगर उन्हें आगामी दिनों में विभिन्न राज्यों में लोगों का समर्थन मिलता है, तो लोगों के प्रति उनका समर्थन बढ़ेगा। माना जा रहा है कि एक सप्ताह बाद नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया संपन्न कर ली जाएगी। ध्यान रहे कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव आगामी 13 अक्टूबर होने जा रहा है। ऐसी स्थिति में राजस्थान में जारी सियासी उबाल का आगामी दिनों में अध्य़क्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव में क्या कुछ असर देखने को मिलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। बहरहाल, थरूर ने अपने बयान के जरिए एक बात साफ कर दी है कि राजस्थान में जारी सियासी उबाल से उन्हें फायदा पहुंच सकता है। हालांकि, अब आगामी दिनों में अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव के दौरान सियासी स्थिति में क्या कुछ परिवर्तन देखने को मिलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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