नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच आज दूसरे दिन भी अजित पवार बागी विधायकों के साथ अपने चाचा शरद पवार से मिलने पहुंचे। वहीं, शरद पवार भी अपने भतीजे से मिलने के लिए अपने आवास पहुंच चुके हैं। बता दें कि बीते रविवार को भी अजित पवार अपने बागी विधायकों के साथ अपने चाचा से मिलने पहुंचे थे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अजित पवार और उनके बागी विधायकों ने शरद पवार का आशीर्वाद लिया था और बीते दिनों हुई घटनाओं पर खेद प्रकट किया था। इसके अलावा उन्होंने शरद पवार को अपने साथ आने के लिए आमंत्रित भी किया था, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि शरद पवार इस दौरान मौन रहे।
Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar and NCP MLAs of his faction reach Mumbai's YB Chavan Centre to meet the party's president Sharad Pawar for the second consecutive day. Sharad Pawar will reach YB Chavan Centre shortly.
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— ANI (@ANI) July 17, 2023
उन्होंने एक शब्द भी अपनी जुंबा से नहीं बोला, जिसके बाद से माना जा रहा है कि शरद पवार अपने भतीजे से खासा नाराज हैं। बता दें कि बीते दिनों मीडिया से बातचीत के दौरान अजित पवार ने अपने चाचा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने बीजेपी का हवाला देकर कहा था कि वहां तो 75 साल के बाद नेता पार्टी से रिटायर हो जाते हैं और इसके बाद नए लोगों को आशीर्वाद देते हैं, लेकिन आप तो अब तक पार्टी में बने हुए हैं। आप क्यों नहीं रिटायर हो जाते हैं। आप तो 85 साल के हो चुके हैं। इसके जवाब में शरद पवार ने मोराजी देसाई का हवाला दिया था। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा था कि क्या किसी को पता है कि मोराजी देसाई कितनी साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे।
#WATCH | NCP president Sharad Pawar arrives at Mumbai's YB Chavan Centre where Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar and NCP MLAs of his faction are present to meet him. pic.twitter.com/hrx8S2mVTR
— ANI (@ANI) July 17, 2023
इसके अलावा उन्होंने अपने भतीजे पर पलटवार करते हुए कहा था कि मैं चाहे 85 साल का हो जाऊं या 95 का। हमेशा ही जनता की सेवा करता रहूंगा। आप कौन होते हैं, ये कहने वाले कि मैं राजनीति से रिटायर हो जाऊं। इसके बाद शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी अपने भाई अजित को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि अगर किसी ने बाबा ( शरद पवार) पर निशाना साधने की जुर्रत की तो यह उसके लिए ठीक नहीं होगा। सनद रहे कि बीते दिनों अजित पवार अपने आठ विधायकों के साथ मिलकर शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे, जिसके बाद राकांपा दो फाड़ हो गई। बहरहाल, अब महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घमासान क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।