नई दिल्ली। प्रियंका गांधी अचानक ही मुजफ्फरनगर पहुंच गई। वो यहां हिंसा में प्रभावित लोगों के परिवारों से मिलीं। बता दें, इससे पहले उन्होंने मेरठ जाने की कोशिश की थी मगर प्रियंका को रोक दिया गया था।
प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस नेता इमरान मसूद और पंकज मलिक भी मौजूद थे। इससे पहले प्रियंका ने यूपी में मारे गए लोगों के परिवार को चिट्ठी भी लिखी है। इस चिट्ठी में प्रियंका ने लिखा है कि अपनों को खोना क्या होता है, मैं समझती हूं।
प्रियंका ने इस चिट्ठी में लिखा है कि जो खोया है उसकी भरपाई नहीं हो सकती है। मगर आप हौसला ना खोएं। हम आपके साथ हैं। इंसान को बांटने वाली ताकतें देश को कमजोर कर रही हैं। प्रियंका ने इस बात का भी दिलासा दिलाया है कि वह उन लोगों के हमेशा साथ हैं
उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि जब भी जरूरत हो हमें आवाज दें। प्रियंका लगातार उत्तर प्रदेश में अल्पसंख्यक वोट बैंक को टारगेट कर रही हैं। उनकी यह सक्रियता सपा बसपा के लिए बेचैनी का सबब बनी हुई है।