नई दिल्ली। राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में हिंदुओं को हिंसक बताने वाले बयान को लेकर लोगों को गुस्सा फूट रहा है। बीजेपी नेताओं के बाद अब संत समाज के लोग भी राहुल गांधी से नाराज हो गए हैं। संतों का कहना है कि संवैधानिक पद पर रहते हुए पूरे हिंदू समाज को कलंकित करने वाले बयान के लिए राहुल को माफी मांगनी चाहिए। राहुल राम, अयोध्या, सनातन और हिंदुत्व विरोधी हैं। राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि हिंदू संपूर्ण जैव जगत से प्रेम करता है और हर किसी में ईश्वर को देखता है।
#WATCH | On Congress MP Rahul Gandhi's speech in Parliament, Swami Avdheshanand Giri says, "Hindus see God in everyone, Hindus are non-violent, accommodative and generous. Hindus say that the whole world is their family and they should always pray for everyone's welfare,… pic.twitter.com/yYCMDZZjBM
— ANI (@ANI) July 1, 2024
हिंदू अहिंसक, समन्वयवादी और सहिष्णु है। हिंदू पूरी दुनिया को अपना परिवार मानते हैं और हमेशा सभी के कल्याण, सुख-समृद्धि की कामना को अपना धर्म मानता है। हिंदुओं को हिंसक कहना या ये कहना कि वो नफरत फैलाते हैं, ये ठीक नहीं है। ऐसी बातें कहकर आप पूरे समाज को बदनाम और अपमानित कर रहे हैं। हिंदू समाज अत्यंत उदार और एक ऐसा समाज है जो जो सभी का सम्मान करते हैं। राहुल गांधी का बार-बार यह कहना कि हिंदू हिंसक होते हैं और हिंदू नफरत फैलाते हैं, मैं उनके इन शब्दों की निंदा करता हूं। पूरा हिंदू समाज उनके बयान से आहत है और संत समाज में रोष है। उन्होंने पूरी हिंदू मान्यताओं पर प्रहार किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
Delhi: On Rahul Gandhi’s ‘Hindu’ remark, Acharya Pramod Krishnam says, "It is a common thing in politics to accuse a party but it is unfortunate to call a community violent. I think that how can we expect those who want to wipe out Hinduism and those who are against Indian… pic.twitter.com/RwO3pzITw5
— IANS (@ians_india) July 1, 2024
वहीं, कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राजनीति में किसी पार्टी पर आरोप लगाना तो आम बात है मगर किसी समुदाय को हिंसक बताना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि जो लोग हिंदुत्व को, सनातन को मिटाना चाहते हैं, जो राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकराते हैं, जो राम के खिलाफ हैं, जो भारत की संस्कृति के खिलाफ हैं, उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वो हिंदुओं को अच्छा कहेंगे। सनातन में चीटी को मारना भी अपराध बताया गया है। जो हिंदू चीटी को भी मारने की कल्पना नहीं करता उसको हिंसक बताना अत्यंत निंदनीय है। राहुल को क्षमा याचना करनी चाहिए।