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Railway Ticket Cancellation Charges: वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसल करने के लिए रेलवे ने तय किए नए चार्जेस, जानिए अब कितनी होगी कटौती

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे लगातार कोशिश कर रही है कि हर पैसेंजर को कन्फर्म टिकट मिले। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते दिनों इस बारे में जानकारी दी थी। फिर भी अभी रेलवे के तमाम पैसेंजर्स होते हैं, जिनको यात्रा करनी होती है, लेकिन टिकट या तो आरएसी होता है या वेटिंग। आरएसी में यात्रा के लिए ट्रेन में आधी बर्थ मिलती है और लंबी दूरी तक ऐसे यात्रा करना संभव नहीं होता। वहीं, वेटिंग टिकट पर सिर्फ ट्रेन के जनरल कोच में ही यात्रा की जा सकती है। ऐसे में यात्री अपना वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसल कराते हैं। अब रेलवे ने फैसला किया है कि अगर यात्री अपना वेटिंग टिकट कैंसल कराएंगे, तो उनसे कितना चार्ज लिया जाएगा।

ट्रेनों के टिकट कैंसल करने पर रेलवे की तरफ से काफी चार्ज लिया जाता रहा है। इससे रेलवे की खूब कमाई होती रही। टिकट कैंसल कराने पर यात्रियों को काफी नुकसान होता रहा। अब रेलवे ने वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसल कराने पर लगने वाले चार्ज के बारे में नियम बदले हैं। रेलवे के नए नियम के मुताबिक वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसल कराने पर अलग से कोई चार्ज अब नहीं लगेगा। यात्री से सर्विस चार्ज के तौर पर अलग से पैसे नहीं लिए जाएंगे। नए नियम के तहत रेलवे ने तय किया है कि वेटिंग टिकट पर अब सिर्फ 60 रुपए की कटौती होगी। वहीं, स्लीपर क्लास के लिए 120, थर्ड एसी के लिए 180, सेकेंड एसी के लिए 200 रुपए और फर्स्ट एसी के लिए 240 रुपए टिकट में से काटे जाएंगे।

इससे पहले रेलवे वेटिंग और आरएसी टिकट कैंसल कराने पर कन्वीनियंस फीस और सर्विस चार्ज दोनों काट लेती थी। रेलवे के पुराने नियम से यात्रियों को टिकट के पैसे में से बहुत कम ही वापस मिलता था। इसे लेकर कई बार सवाल भी उठे थे। झारखंड के आरटीआई एक्टीविस्ट सुनील कुमार खंडेलवाल ने इसकी शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि 190 रुपए का टिकट कैंसल होने पर रेलवे ने सिर्फ 95 रुपए ही वापस किए। टिकट कैंसेलेशन चार्जेस का मुद्दा सोशल मीडिया पर भी काफी वक्त छाया रहा था। अब रेलवे ने इसके लिए नियम बनाए हैं।

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