नई दिल्ली। सीमा पर भारत और चीन (India and China) के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई। चीन पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना (Indian Army) को लगातार उकसाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन भारतीय सेना भी चीन की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर जहां विपक्ष मोदी सरकार (Modi Government) पर हमलावर है, वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) गुरुवार को राज्यसभा (Rajya Sabha) में भारत-चीन तनाव को लेकर बयान देंगे। इससे पहले सीमा विवाद को लेकर राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में बयान दिया था।
Defence Minister Rajnath Singh to make a statement on India-China border issue, in Rajya Sabha tomorrow
(file pic) pic.twitter.com/pJPJb1YasV— ANI (@ANI) September 16, 2020
ड्रैगन सीमा पर कोई हरकत करेगा तो हमारे जवान उसे माकूल जवाब देंगे-राजनाथ
राजनाथ ने चीन को बातचीत का प्रस्ताव देते हुए कहा कि अगर ड्रैगन सीमा पर कोई हरकत करेगा तो हमारे जवान उसे माकूल जवाब भी देंगे। राजनाथ ने कहा कि सेना के लिए विशेष अस्त्र-शस्त्र और गोला बारूद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उनके रहने के तमाम बेहतर सुविधाएं दी गई हैं। उन्होंने कहा कि लद्दाख में हम एक चुनौती के दौर से गुजर रहे हैं। यह समय है कि यह सदन अपने जवानों को वीरता का एहसास दिलाते हुए उन्हें संदेश भेजे कि पूरा सदन उनके साथ खड़ा है। राजनाथ ने कहा कि मौजूदा स्थिति पहले से अलग है। हम सभी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं। जब भी देश के समक्ष कोई चुनौती आई है इस सदन ने सेना के प्रति पूरी प्रतिबद्धता दिखाई है। हमारे सेना के जवानों का जोश और हौसला बुलंद है।
मंगलवार को लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिए गए बयान के बाद से चीन पूरी तरह से बौखलाया हुआ है। इसी बौखलाहट में चीनी मीडिया की बयानबाजी सामने आ रही है। बता दें कि राजनाथ सिंह ने चीन के साथ सीमा पर बने तनाव को लेकर साफ कर दिया है कि भारत किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। संसद में उन्होंने कहा कि, भारतीय सेना हर मुश्किल के लिए तैयार है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, दोनों देश सीमा पर शांति बहाली चाहते हैं। भारत और चीन दोनों सहमत हैं कि भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखा जाए क्योंकि यह द्विपक्षीय संबंधों के आगे के विकास के लिए आवश्यक है। राजनाथ सिंह ने कहा, यह भी बताना चाहता हूं कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है।