रामपुर। सपा के नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के हमसफर रिसॉर्ट पर अब बुलडोजर एक्शन हुआ है। रामपुर प्रशासन ने बुलडोजर के जरिए आजम खान के हमसफर रिसॉर्ट के लिए कब्जा की गई जमीन को फिर मुक्त कराया है। आजम खान के खिलाफ इसकी शिकायत रामपुर के बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने की थी। इसके बाद तहसीलदार सदर के कोर्ट में वाद दाखिल किया गया था। तहसीलदार सदर के कोर्ट ने जमीन की पैमाइश कराई थी। जिसके बाद सरकारी जमीन को आजम खान के कब्जे से मुक्त कराने का आदेश हुआ था।
तहसीलदार सदर कोर्ट ने जमीन की पैमाइश के बाद पाया कि गाटा संख्या 164 में 0.038 हेक्टेयर जमीन खाद के गड्ढों की है। कोर्ट ने इस मामले में क्षतिपूर्ति वसूलने के भी आदेश दिए। इसके बाद बुलडोजर के जरिए अवैध निर्माण और कब्जे को हटाया गया। विधायक आकाश सक्सेना ने इस मामले में कार्रवाई के लिए रामपुर जिला प्रशासन को बीते दिनों चिट्ठी भी लिखी थी। जिसके बाद अब प्रशासन ने आजम खान के हमसफर रिसॉर्ट के लिए कब्जा की गई जमीन को खाली कराया है। आजम खान पर पहले से ही कई आरोप हैं। प्रशासन ने इससे पहले आजम खान की मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी के लिए कब्जा की गई सरकारी जमीन को भी हासिल किया था।
यूपी में साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से आजम खान और उनके परिवार के लिए दिक्कतें शुरू हुईं। सपा की सरकार रहते बहुत ताकतवर मंत्री रहे आजम खान पर तमाम मामलों में केस दर्ज हुए। आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा को जेल में भी रहना पड़ा। आजम खान की मौलाना जौहर अली यूनिवर्सिटी में एक दीवार के पीछे लाइब्रेरी से चोरी हुई किताबें भी बरामद की गई थीं। आजम खान हालांकि सभी आरोपों को गलत बताते रहे हैं। फिलहाल ताजा कार्रवाई पर उनकी तरफ से अब तक प्रतिक्रिया नहीं आई है।