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Arvind Kejriwal Resignation Reactions: अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान पर सामने आए रिएक्शन, जानिए आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस ने क्या कहा?

Arvind Kejriwal Resignation Reactions: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इस बयान को अरविंद केजरीवाल का पीआर स्टंट बताया। उन्होंने कहा, "यह केजरीवाल का इमेज सुधारने का प्रयास है क्योंकि उनकी छवि अब लोगों के बीच एक ईमानदार नेता की नहीं, बल्कि एक भ्रष्ट नेता की बन गई है। आज आम आदमी पार्टी को पूरे देश में भ्रष्ट पार्टी के रूप में जाना जाता है।

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चौंकाने वाला बयान देते हुए घोषणा की है कि वह अगले दो दिनों में सीएम पद से इस्तीफा देंगे। इस ऐलान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है और बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। आइए देखते है इस पूरे मामले को लेकर सभी दलों ने क्या कहा ?..

BJP ने भी दिया रिएक्शन.. 

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने इस बयान को अरविंद केजरीवाल का पीआर स्टंट बताया। उन्होंने कहा, “यह केजरीवाल का इमेज सुधारने का प्रयास है क्योंकि उनकी छवि अब लोगों के बीच एक ईमानदार नेता की नहीं, बल्कि एक भ्रष्ट नेता की बन गई है। आज आम आदमी पार्टी को पूरे देश में भ्रष्ट पार्टी के रूप में जाना जाता है। केजरीवाल सोनिया गांधी मॉडल अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें वह खुद पीछे से सरकार चलाने का प्रयास करेंगे। उन्हें समझ आ गया है कि दिल्ली की जनता अब उनके नाम पर वोट नहीं देगी, इसलिए वह किसी और को बलि का बकरा बनाना चाहते हैं।”


AAP ने भी दिया रिएक्शन..

आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने इस मामले पर कहा, “मुख्यमंत्री जी अग्नि-परीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं। अब यह दिल्ली की जनता के हाथ में है कि वह तय करे कि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं या नहीं। अरविंद केजरीवाल ने 2020 में अपने काम के नाम पर वोट मांगा था और कहा था कि अगर मैंने काम किया है तो वोट दें, अगर नहीं किया तो मत दें। आगामी 2025 के दिल्ली चुनावों में भी जनता यही तय करेगी कि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं या नहीं।” दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने भी मुख्यमंत्री के इस्तीफे के ऐलान का समर्थन किया और कहा, “हम मुख्यमंत्री से सहमत हैं। अरविंद केजरीवाल ने लोगों का प्यार, सम्मान और आशीर्वाद अर्जित किया है। उन्होंने इसे दिल्ली की जनता के ऊपर छोड़ दिया है कि वह तय करे कि मुख्यमंत्री और पार्टी ईमानदार हैं या नहीं। अभी तक विधानसभा भंग करने की कोई बात नहीं हुई है।”

कैलाश गहलोत ने जानिए क्या कहा?

दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा , “हम मुख्यमंत्री से सहमत हैं। अरविंद केजरीवाल ने लोगों का प्यार, सम्मान और आशीर्वाद अर्जित किया है। उन्होंने यह दिल्ली की जनता पर छोड़ दिया है कि वे ईमानदार हैं या नहीं और पार्टी ईमानदार है या नहीं… अभी तक विधानसभा भंग करने की कोई बात नहीं हुई है…”

कांग्रेस ने भी दिया रिएक्शन..

वहीं, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के इस ऐलान को मात्र एक दिखावा बताया। उन्होंने कहा, “हम पहले से ही कह रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। यह केवल एक नौटंकी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि एक चुने हुए नेता को जेल से जमानत पर बाहर आना पड़ा और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सीएमओ में न जाने और किसी दस्तावेज पर हस्ताक्षर न करने की शर्त रखी। इससे पहले कभी किसी मुख्यमंत्री पर ऐसी शर्तें नहीं लगाई गईं। सुप्रीम कोर्ट भी शायद इस व्यक्ति से सबूतों से छेड़छाड़ का डर रखता है। अरविंद केजरीवाल और नैतिकता का कोई मेल नहीं है।”

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