नई दिल्ली। कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए बाजार में आपको तरह-तरह के मास्क देखने को मिल जाएंगे। इस बीच कुछ लोग मास्क बेचने के चक्कर में सरकार को भी बदनाम कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, खादी के मास्क को लेकर। बता दें कि खादी एवं ग्रामोद्योग खादी के तीन मास्क 999 रुपये में बेचने की खबर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, लेकिन जब न्यूजरूम पोस्ट ने इसकी पड़ताल की तो सच कुछ और ही निकला।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा एक फोटो शेयर की जा रही है जिसमें खादी मास्क का विज्ञापन छपा है। इस विज्ञापन में लिखा गया है कि खादी मास्क, 999 में तीन। सभी टैक्स सहित। साथ ही लिखा था, वोकल फॉर लोकल। इस विज्ञापन में पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी छपी थी। इतना ही नहीं लोगों को ये बताने के लिए कि ये भारत सरकार के उपक्रम से जुड़ा हुआ है, इसलिए उसके नीचे चरखा भी छापा गया है। ये देखकर लोगों के मन में सवाल उठा कि इस मास्क में ऐसा क्या है कि खादी वाले 999 के तीन दे रहे हैं।
स्वदेशी खादी मास्क, 999 रुपए में 3। मास्क का महत्व बताने के लिए वायरस के खतरे को भी दर्शाया गया है। pic.twitter.com/Bnkwa4oscI
— Rofl Gandhi 2.0 (@RoflGandhi_) July 24, 2020
इसके अलावा इस गलत विज्ञापन को यूथ कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट से भी इसे प्रचारित किया जा रहा है, और मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। यूथ कांग्रेस ने लिखा कि, ‘गांधी की जगह खुद की फोटो लगाने, और एक मास्क ₹333 में बेचनें से कोई ‘महात्मा ‘नहीं बन जाता।’
कांग्रेस की तरफ से किए गए ट्वीट ने मजेदार रिप्लाई किए। हर्ष राउत ने लिखा कि, “वैसे एक बात बता दें कॉन्ग्रेस को कोई ज्यादा सीरियस लेता नहीं है, यूथ कांग्रेस को भी राहुल बाबा के स्तर के मानते हैं मतलब पप्पू और अब समाज को मोहन दास गांधी को भी जानने लगे हैं कोन इसको महात्मा बनाया और कितना महात्मा था काफी लेख मिल जाते हैं नेट पर तो फालतू ट्वीट मत किया करो।”
वैसे एक बात बता दें कॉन्ग्रेस को कोई ज्यादा सीरियस लेता नहीं है, यूथ कांग्रेस को भी राहुल बाबा के स्तर के मानते हैं मतलब पप्पू
और अब समाज को मोहन दास गांधी को भी जानने लगे हैं कोन इसको महात्मा बनाया और कितना महात्मा था काफी लेख मिल जाते हैं नेट पर तो फालतू ट्वीट मत किया करो ?— हर्ष राउत (@BrandharshRaut) July 24, 2020
Do you guys actually verify anything before tweeting or you see Modiji’s picture and go all ga ga over it
Those masks are not by @kvicindia pic.twitter.com/t2Xwf4NiFZ— Virendra singh Rajpurohit GSE (@virendra_deputy) July 24, 2020
कांग्रेस कभी भी लोगों को सच्चाई और वास्तविकता नहीं बताती है?
कांग्रेस का खून में हरदम झूठ ही बहता है !!! pic.twitter.com/ijnFkosoaQ— Er.Pramod Kumar Mishra?????? (@PramodK06889398) July 24, 2020
मिस्टर सिन्हा नाम के एक यूजर ने लिखा कि, “खादी इंडिया पहले ही क्लीयर कर चुका है की ये फ़ेक है फिर भी ये लोग झूठ फैलाने में लगे हैं…फ़ेक सरनेम वाले फ़ेक इंडियंस के चेले करेंगे भी तो क्या, इटालियन मैडम ने झूठ बोलने के अलावा कुछ सिखाया नहीं।”
खादी इंडिया @kvicindia पहले ही क्लीयर कर चुका है की ये फ़ेक है फिर भी ये लोग झूठ फैलाने में लगे हैं…
फ़ेक सरनेम वाले फ़ेक इंडियंस के चेले करेंगे भी तो क्या, इटालियन मैडम ने झूठ बोलने के अलावा कुछ सिखाया नहीं… https://t.co/9CeKQbLRiM pic.twitter.com/TwmrrhvDH4— Mr Sinha (@MrSinha_) July 24, 2020
मामला जब सोशल मीडिया पर फैलने लगा तो खादी एवं ग्रामोद्योग के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसको लेकर सफाई दी गई। खादी एवं ग्रामोद्योग ने लिखा कि, ‘ये आधिकारिक खादी मास्क नहीं हैं। इन मास्क के निर्माता धोखे से खादी के नाम का उपयोग कर रहे हैं। हमारी कानूनी टीम इस मामले को देख रही है। इस तरह के प्रचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
वहीं दूसरे ट्वीट में खादी एवं ग्रामोद्योग ने लिखा कि, ‘KVIC या खादी के नाम पर बेचे जा रहे महंगे मास्क के झांसे में न आएं। हम सस्ती दरों पर प्रामाणिक खादी मास्क प्रदान करते हैं, जिसकी कीमत 30 रुपए से शुरू होती है।’
खादी एवं ग्रामोद्योग की तरफ से पेश की गई सफाई के बाद ये साफ हो जाता है कि, लोग अपने फायदे के लिए इसमें खादी एवं ग्रामोद्योग के नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं और लोगों में भ्रम फैला रहे हैं, जबकि सच ये है कि ये प्रोडक्ट खादी एवं ग्रामोद्योग का है ही नहीं।