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दिल्ली हिंसाः एक और बड़ा खुलासा, जामिया हिंसा के बाद हुई थी दिल्ली दंगों की प्लानिंग, PFI से मिला था फंड

नई दिल्ली। दिल्ली में फरवरी के महीने में हुई हिंसा को लेकर परत दर परत कई राज खुलते जा रहे हैं। इस पूरे मामले में दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार लोगों के द्वारा कई चौंकाने वाले खुलासे आए दिन हो रहे हैं। अब दिल्ली में हुए हिंसा के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को दिए गए बयान में हिंसा के आरोपी जामिया (Jamia) के स्टूडेंट और आरजेडी (RJD) के युवा प्रदेश अध्यक्ष मीरान हैदर (Miran Haiider) ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

पुलिस के मुताबिक, अपने कबूलनामे में मीरान हैदर (Miran Haider) ने कहा कि हिंसा की साज़िश पहले से ही रची जा चुकी थी। उसने बताया कि दिल्ली में चलने वाले प्रदर्शन में लोगों की भीड़ इकठ्ठा करने की जिम्मेदारी उसी थी। साथ ही वहां के इंतजाम की देखरेख भी वो ही करता था। मीरान हैदर के मुताबिक जामिया में हुई हिंसा के बाद दिल्ली में दंगों (Delhi Violance) की प्लानिंग की गई थी। दिल्ली में हिंसा के लिए PFI ने फंड दिया था।

मीरान हैदर का कहना है कि हिंसा के लिए उसने करीब 5 लाख रुपए जमा किए थे। हैदर ने पुलिस को बताया कि, दिल्ली के जाफराबाद और सीलमपुर इलाकों को सबसे पहले हिंसा के लिए चुना गया था। आरोपी मीरान हैदर के मुताबिक उसने खुद लोगों को चाकू, पेट्रोल, पत्थर आदि इकठ्ठा करने के लिए कहां था। मालूम हो कि हिंसा के आरोपी मीरान हैदर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल UAPA यानी गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।

ये वही मीरान हैदर है जिसने हिंसा से पहले एक रजिस्टर तैयार किया गया था जिसमें आने वाले फंड का पूरा रिकॉर्ड दर्ज था। कितना फंड आया और कितना फंड प्रदर्शन साइट के लिए किसको दिया जा रहा है उसका पूरा लेखा-जोखा होता था। आरोपी मीरान हैदर के कहने पर ही फंड से गैजेट्स खरीदे गए थे। आरोपी मिरान हैदर ने बताया की धारा 370, बाबरी मस्ज़िद के खिलाफ फैसला आना ओर उसके बाद CAA का लागू होना, इन सबने सरकार के प्रति मेरे जहन में ज्यादा नफरत भर दी थी। दिल्ली और तमाम राज्यों में जाकर उसने भड़काऊ भाषण भी दिए थे।

दिल्ली में चलने वाले करीब 20 प्रदर्शन साइट का भी जिम्मा मीरान हैदर के हाथ में था। वहां जाकर इंतजाम का जायजा लेता था और लोगों को भाषणों से भड़काता था। मीरान हैदर ने बताया कि, जामिया में पुलिस द्वारा छात्रों पर हुए अत्याचार के बाद जामिया के छात्र और एलुमनी ने ये तय किया की ये आग अब नहीं रुकनी चाहिए। हमें इस आंदोलन को बड़ा करने के लिए इसको सेक्युलर प्रोटेस्ट करना होगा जिसे पुलिस नहीं रोक पाएगी। फिर जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी (JCC) का गठन किया गया। फिर इसी JCC के नाम से ही Whatsapp Group बनाया गया जिस पर आगे की प्लानिंग होने लगी।

आरोपी के मुताबिक शाहीन बाग प्रोटेस्ट में सफलता के बाद 20 जगहों पर धरना प्रदर्शन की तैयारी की गई ताकि उनका इस्तेमाल हिंसा के लिए कर सके। आरोपी मीरान हैदर ने खुलासा किया कि मुझे शाहीन बाग, खुरेजी, सीलमपुर, जाफराबाद, तुर्कमान गेट, करदमपुरी, मुस्तफाबाद, इंद्रलोक वाली प्रोटेस्ट साइट पर भीड़ को इकठ्ठा करने की जिम्मेदारी दी गई थी। मैं भड़काऊ भाषण भी देता था।

उसने बताया कि महाराष्ट्र के ठाणे, मुंबई, हरियाणा के मेवात में भड़काऊ भाषण देने गया था। जब पता चला की ट्रम्प भारत दौरे पर आ रहे हैं। तब हमने सोचा कि दिल्ली हिंसा करवाने का ये मौका अच्छा है। आरोपी मीरान ने बताया की दिल्ली में साजिश के तहत हिंसा करवाई गई। Whastapp के जरिये भी मॉनिटरिंग की जाती थी।

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