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RLD On Alliance With BJP: अखिलेश यादव और इंडिया गठबंधन को यूपी में लगेगा झटका?, सहयोगी दल आरएलडी ने माना बीजेपी से चल रही बातचीत

jayant chaudhry

आरएलडी के अध्यक्ष जयंत चौधरी की फाइल फोटो

नई दिल्ली। अब तक सिर्फ चर्चा हो रही थी, लेकिन अब सारे पत्ते खुलकर सामने आ चुके हैं। बात हम जयंत चौधरी की आरएलडी और बीजेपी की कर रहे हैं। जयंत चौधरी अभी यूपी में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी यानी सपा के साथ अपनी पार्टी आरएलडी का गठबंधन किए हुए हैं, लेकिन बीते कुछ दिनों से ऐसी खबरें चर्चा में हैं कि जयंत जल्दी ही बीजेपी के साथ खड़े दिखेंगे। जयंत चौधरी या बीजेपी की तरफ से अब तक इन खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। अब पहली बार आरएलडी ने माना है कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के साथ यूपी में गठबंधन पर बातचीत हो रही है। ये जानकारी जयंत चौधरी की पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन आगरी ने दी। अगर आरएलडी और बीजेपी के बीच गठबंधन हो जाता है, तो ये सपा के साथ ही इंडिया गठबंधन को भी झटका होगा। इंडिया गठबंधन में शामिल ममता बनर्जी पहले ही बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी हैं। जबकि, गठबंधन बनाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार उसका साथ छोड़कर फिर बीजेपी के साथ जा चुके हैं।

आरएलडी प्रवक्ता पवन आगरी ने कहा कि चुनावी साल में बहुत सारी पार्टियां गठबंधन करने आ रही हैं। आगरी ने कहा कि बीजेपी ने पिछली बार लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन की पेशकश की थी। इस बार भी 4 सीटों की पेशकश की है। आगरी ने आगे बताया कि आरएलडी ने यूपी में 12 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है। जयंत चौधरी की पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि जो पार्टी जनता और किसानों के हित में आरएलडी की मांगों पर सहमत होगी, उसके साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे। आगरी की बात से साफ है कि बीजेपी और आरएलडी के गठबंधन में अभी 8 लोकसभा सीटों का पेच फंसा हुआ है। हालांकि, खबर ये भी है कि बीजेपी ने गठबंधन होने पर केंद्र सरकार में एक मंत्री पद देने का प्रस्ताव भी जयंत चौधरी को दिया है।

जयंत चौधरी अभी आधिकारिक तौर पर अखिलेश यादव की सपा और विपक्ष की इंडिया गठबंधन के साथ हैं। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 19 जनवरी को ही एक्स पर पोस्ट कर आरएलडी को 7 लोकसभा सीटें देने का एलान किया था। अखिलेश ने इसका एलान करते हुए बधाई दी थी और लिखा था कि सभी जीत के लिए एकजुट हों, लेकिन अब जयंत चौधरी बीजेपी से भी यूपी में गठबंधन पर बात कर रहे हैं। इससे ये भी साफ है कि अखिलेश की तरफ से 7 लोकसभा सीटें दिए जाने से आरएलडी संतुष्ट नहीं है। आरएलडी की पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मथुरा, बागपत, कैराना, मेरठ और अमरोहा में जाट वोटों के कारण दबदबा है। हालांकि, बीजेपी ने मथुरा और अन्य सीटों पर पकड़ बनाई है। बताया जा रहा था कि बीजेपी ने आरएलडी को 5 लोकसभा सीटें देने को कहा था, लेकिन मथुरा की सीट पर दोनों के बीच पेच फंसा। अब देखना ये है कि जयंत चौधरी अखिलेश यादव और विपक्ष के इंडिया गठबंधन को झटका देकर बीजेपी के साथ लोकसभा चुनाव लड़ते हैं या उनके साथ ही बने रहते हैं।

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