नई दिल्ली। देश में इस वक्त सनातन के मुद्दे पर बवाल मचा हुआ है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का बीते शनिवार को एक वीडियो सामने आया था। इस वायरल वीडियो में सनातन धर्म की तुलना मलेरिया-डेंगू और कोरोना महामारी से कर रहे थे। आगे उदयनिधि ने ये भी कहा था कि सनातन धर्म को जड़ से खत्म कर देना चाहिए। उदयनिधि के इस बयान के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। उनके खिलाफ मामले दर्ज भी हो चुके हैं लेकिन फिर भी वो अपने बयान पर टिके हुए हैं। उदयनिधि के बयान पर मचे बवाल के बीच अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत का ‘अखंड भारत’ को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है।
‘अखंड भारत’ को लेकर क्या बोले मोहन भागवत
बीते दिन बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत नागपुर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छात्रों के सवालों का जवाब भी दिया। इसी दौरान एक छात्र ने RSS प्रमुख मोहन भागवत से पूछा कि ‘कब भारत देश, अखंड भारत के रूप में अस्तित्व में आएगा?’…छात्र के इस सवाल के जवाब में RSS प्रमुख मोहन भागवत कहते हैं कि मैं ठीक से तो नहीं बता सकता कि भारत कब अखंड भारत के रूप में अस्तित्व में आएगा क्योंकि इसके लिए ग्रह ज्योतिष देखने पड़ेंगे लेकिन अगर आप इसे करने जाएंगे तो आप बूढ़े होने से पहले ये देख पाएंगे।
भारत बनाम इंडिया को लेकर छिड़ा है घमासान
सनातन धर्म के अलावा इस वक्त इंडिया बनाम भारत को लेकर भी विवाद बना हुआ है। दरअसल, हुआ कुछ यूं है कि जी20 समिट के डिनर को लेकर जो निमंत्रण पर भेजे गए हैं उनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इंडिया का राष्ट्रपति बताने की जगह भारत का राष्ट्रपति बताया गया था।
इंडिया की जगह भारत लिखे जाने से ही विपक्षी दल नाराज हैं और आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार उनके गठबंधन जिसका नाम INDIA है उससे डरकर ही देश का नाम बदलने जा रहा है। विपक्ष का आरोप है कि वो देश का नाम इंडिया की जगह भारत करने वाला है।