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Rajasthan: सचिन पायलट ने अब पुलवामा शहीदों की पत्नियों के मुद्दे पर अशोक गहलोत को निशाने पर लिया, बोले…

नई दिल्ली। राजस्थान में पिछले दस दिनों से पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिजनों का गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। शहीदों के परिजन गहलोत सरकार से सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदर्शनकारियों की मांग जायज नहीं है, जिसे लेकर गहलोत के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। वे लगातार सरकार के खिलाफ अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें अब बीजेपी भी शामिल हो गई है। बता दें कि बीजेपी ने पुलवामा में शहीद हुए परिजनों के प्रदर्शन का समर्थन किया है। बीते शुक्रवार को बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा भी प्रदर्शन में शामिल हुए और गहलोत सरकार के खिलाफ धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया, लेकिन आरोप है कि इस बीच पुलिस ने बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा के साथ अभद्र व्यवहार किया, जिसे लेकर आज पूरे राज्य में बीजेपी का गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।

बीजेपी नेताओं का आरोप है कि गहलोत की पुलिस हमारे साथ अभद्र व्यवहार कर रही है। मारपीट कर रही है। बीजेपी के कई नेताओं को हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं समय-समय कांग्रेस के खिलाफ हल्ला बोलने वाले सचिन पायलट ने भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का समर्थन किया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि पायलट ने क्या कुछ कहा है। सचिन पायलट ने कहा कि,’किसी की बात मानना या ना मानना, अलग बात है, लेकिन मुझे लगता है कि पीड़ितों की बात सुनी जानी चाहिए, लेकिन जिस तरह से वर्तमान में मौजूदा सरकार प्रदर्शनकारियों की आवाज को अनसुना कर रही है, वह निंदनीय है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कांग्रेस इस मामले में अपना इगो सामने ना लाए।

पायलट ने कहा कि सरकार को इस मामले को संज्ञान में लेने के बाद कार्रवाई करनी चाहिए और अगर कहीं कोई विसंगति सामने आती है, तो उसे दुरूस्त करने की दिशा में पूरी रुपरेखा तैयार की जानी चाहिए। उधर, सियासी विश्लेषक सचिन पायलट के इस बयान गहलोत के विरोध में बता रहे हैं। बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर पायलट गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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