मुंबई। मुंबई पुलिस से बर्खास्त इंस्पेक्टर सचिन वाजे ने एक बार फिर अवैध वसूली मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का नाम लिया है। सचिन वाजे ने मीडिया से कहा कि 100 करोड़ की अवैध वसूली के मामले में सबूत हैं। सचिन वाजे ने आगे कहा कि अनिल देशमुख के पीए के जरिए रकम जाती थी। सीबीआई के पास इसके सबूत हैं। सचिन वाजे ने ये भी कहा कि उसने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को एक चिट्ठी भी लिखी है और सभी सबूत दिए हैं।
#WATCH | Mumbai, Maharashtra | Dismissed Mumbai police officer and accused in Rs 100 crore extortion case, Sachin Waze says, “Whatever has happened, the proof is there. The money used to go through his (Anil Deshmukh) PA, CBI has the proof and I have also written a letter to… pic.twitter.com/Y3MidoPDME
— ANI (@ANI) August 3, 2024
सचिन वाजे ने कहा कि इस चिट्ठी में मैंने जयंत पाटिल का नाम भी दिया है। उसने कहा कि नारको टेस्ट कराने के लिए भी राजी है। सचिन वाजे का नाम 2021 में तब आया था, जब उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर कार में बम मिला था। जांच में पता चला था कि सचिन वाजे ने ही अवैध वसूली करने के लिए मुकेश अंबानी को डराने की खातिर बम वाली कार एंटीलिया के बाहर पार्क की थी। इसके अलावा जांच में ये भी पता चला कि मनसुख हिरेन की हत्या भी सचिन वाजे ने कराई। एंटीलिया बम कांड की जांच सीबीआई ने शुरू की थी और फिर सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था।
सचिन वाजे की गिरफ्तारी के अलावा अनिल देशमुख को भी गिरफ्तार किया गया था। अनिल देशमुख ने हालांकि दावा किया कि अवैध वसूली से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ये भी सामने आया था कि सचिन वाजे को महाविकास अघाड़ी की सरकार के दौरान फिर से पुलिस सेवा में लिया गया था। इससे पहले सचिन वाजे पुलिस सेवा छोड़ चुका था। अब सचिन वाजे ने दावा किया है कि अवैध वसूली संबंधी सभी सबूत सीबीआई के पास हैं। इससे महाराष्ट्र में सियासत गर्मा सकती है। महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा के चुनाव हैं। ऐसे में महाविकास अघाड़ी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बीजेपी नीत महायुति गठबंधन चुनाव में इसे मुद्दा बना सकता है।