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Sanjay Raut: ‘चोर मंडली’ वाला बयान देकर बुरे फंसे संजय राउत, विशेषाधिकार हनन का नोटिस भेजा गया राज्यसभा   

Sanjay Raut

नई दिल्ली। कहते हैं कि जुबां से निकले हुए अल्फाज और म्यान से निकली तलवार कभी वापस नहीं जाती है। यह कहावत अगर किसी पर सटीक साबित हो रही है, तो वो कांग्रेस नेता राहुल गांधी हैं, जो कि अब सांसद से पूर्व सांसद हो चुके हैं और दूसरे उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत हैं। जी हां…आपको बता दें कि विधानमंडल को चोर मंडली कहने के मामले में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस आज राज्यसभा भेज दिया गया है। नोटिस जारी करने से पहले उन्हें दोषी करार दिया गया, जिसके बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई। शनिवार को महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे ने विशेषाधिकार हनन नोटिस पर राउत के जवाब को असंतोषजनक बताया था। बता दें कि विधानमंडल को चोर की मंडली कहने के मामले में राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी किया गया था। हालांकि, बाद में संजय राउत ने इस पूरे मामले में अपनी सफाई भी पेश की थी। आइए, आपको विस्तार स बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा था।

आपको बता दें कि संजय राउत ने अपनी सफाई में कहा था कि यह बयान उन्होंने विधानमंडल के बारे में नहीं, बल्कि शिंदे गुट के बारे में कहा था, जबकि सत्तापक्ष का कहना था कि राउत ने यह अपमानजनक टिप्पणी शिंदे गुट पर की है। उधर, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि संजय राउत ने इस पर जो जवाब दिया है, वो संतुष्टिजनक नहीं है। उनके बयान से विशेषाधिकार का हनन हुआ है, इसलिए विशेषाधिकार हनन नोटिस को राज्यसभा सचिवालय को भेजा गया है, क्योंकि राउत राज्यसभा के सदस्य हैं।

उपसभापति नीलम गोरहे ने विधानपरिषद में कहा कि संजय राउत ने ऐसा करके विधानमंडल की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। दरअसल, राउत ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में गत 11 मार्च को विधानमंडल को चोरों की मंडली कह दिया था, जिसके बाद से  विपक्षी दल उन पर हमलावर हो गए थे। वहीं, अब विशेषाधिकार हनन का नोटिस राज्यसभा भेजा जा चुका है, तो ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में उनके खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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