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Ram Temple Purification Statement : कांग्रेस नेता नाना पटोले के राम मंदिर शुद्धिकरण बयान से गुस्से में संत समाज

Ram Temple Purification Statement : महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सरकार बनने पर राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। इस पर संत समाज के लोगों का कहना है कि आज कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। रामराज्य में ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है।

नई दिल्ली। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेताओं द्वारा लगातार अयोध्या के राम मंदिर को लेकर कुछ न कुछ टिप्पणी जारी है। बड़ी बात ये है कि मंदिर को लेकर की गई उनकी बयानबाजी उन्हीं पर भारी पड़ रही है बावजूद इसके कांग्रेस नेता सबक नहीं ले रहे हैं और अपनी ही पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर रहे हैं। ताजा मामले में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अयोध्या राम मंदिर के बारे में कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन की सरकार बनने पर राम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे। कांग्रेस नेता के इस बयान से अब संत समाज गुस्से में आ गया है। सबसे पहले आप सुनिए कि नाना पटोले ने राम मंदिर क्या टिप्पणी की…

प्रयागराज जूना अखाड़े के महंत नारायण गिरी ने नाना पटोले के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण न हो सके इसके लिए कांग्रेस जितने रोड़े अटका सकती थी वो सब कुकर्म किया लेकिन अब जब मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है तो कांग्रेस का असली चेहरा सामने अब सामने आया है कि वो कह रहे हैं मंदिर का शुद्धिकरण कराएंगे। देश के ओबीसी प्रधानमंत्री द्वारा मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सोनिया गांधी को खल रही है। कांग्रेसी अपनी घटिया मानसिकता से बाज आएं, हिंदू समाज को तोड़ने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा।

वहीं राष्ट्रीय कथावाचक और धार्मिक गुरु, आचार्य चंद्रांशु जी महाराज बोले, राम मंदिर के शुद्धिकरण के संबंध में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का बयान इस देश के लोगों और भगवान राम के भक्तों का अपमान है। कांग्रेस ने भगवान राम को कभी भी अपना नहीं माना है। जिन लोगों को राम को काल्पनिक बताया, जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं आज कांग्रेस ने उन लोगों के साथ गठबंधन किया है। इनके लिए राम आस्था का केंद्र नहीं, लेकिन केवल उनकी राजनीति का हिस्सा हैं।

कांग्रेस नेता के बयान पर पलटवार करते हुए स्वामी दीपांकर कहते हैं, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने राम मंदिर के बारे में जो कहा उससे मैं बहुत आश्चर्यचकित हूं। देश ने प्राण प्रतिष्ठा देखी और कुछ समय पहले राष्ट्रपति भी राम मंदिर गई थीं। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि वे किस शुद्धिकरण की बात कर रहे हैं, उनकी सोच आश्चर्यजनक है। रामराज्य में ऐसे विचारों के लिए कोई जगह नहीं है।

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