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Indian Army: चीन से तनातनी के बीच बढ़ी भारतीय सेना की ताकत, अब अंधेरे में भी दुश्मन को तहस-नहस करेगा ‘सारंग’

Sarang Cannon

नई दिल्ली। चीन (China) से तनातनी के बीच भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत में बड़ा इजाफा हुआ है। दरअसल देश की उन्नत तोपों में शामिल सारंग अब इंडियन आर्मी के हवाले कर दी गई है। जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री से 3 सारंग तोपों (Sarang Cannon) को शुक्रवार को फ्लैगिंग सेरेमनी में सेना के हवाले कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक,  ये तोप जल्द ही सरहद पर तैनात की जा सकती हैं। गौरतलब है कि देश की सबसे ताकतवर तोप धनुष के बाद उन्नत तोपों में गिना जाने वाला नाम सारंग का ही है। इसकी मारक क्षमता 40 किलोमीटर की है। अपग्रेड होने के बाद यह अंधेरे में भी सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। इसका बैरल 155 एमएम 45 कैलिबर का है। खास बात यह है कि लंबे समय से इसका परीक्षण भी जबलपुर के एलपीआर रेंज में किया जा रहा था और इसका निर्माण व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर समेत गन फैक्ट्री जबलपुर में जारी है। मेक इन इंडिया की तर्ज पर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया ने इस पर काम करते हुए इसे स्वदेशी रूप में आधुनिक और विकसित किया है।

यहां जानिए सारंग तोपों की खूबियां

-सारंग, मूल रूप से एक रशियन गन थी
– जिसे पहले सॉल्टन के नाम पर पहचाना जाता था
– इसकी पहले मारक क्षमता 27 किलोमीटर हुआ करती थी
– इसका बैरल पूर्व में 130 एम एम का था जिसे करीब 25 एमएम बढ़ा दिया गया है


– कुल 300 सारंग गनों को मॉडिफाई कर सेना को सुपुर्द करने का टारगेट रखा गया है
– जबलपुर की व्हीकल फैक्ट्री और गन कैरिज फैक्ट्री को इसका काम सौंपा गया है
– पहले फेज़ मे 180 सारंग तोपों को अपग्रेड कर भेजा जाना है
– प्रोजेक्ट की कुल लागत 200 करोड़ है

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