वाराणसी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का दूसरा चरण आज से शुरू करने जा रहा है। अब तक हुए सर्वे में ज्ञानवापी मस्जिद को चार हिस्सों में बांटकर इनकी पैमाइश का काम किया गया। इसके अलावा शनिवार को हुए सर्वे में तहखाने में जाकर वहां की स्थिति देखी गई। एएसआई की टीम ने मस्जिद की पश्चिमी दीवार को भी गौर से देखा और वहां लगे पत्थरों की उम्र जानने की कोशिश की गई। हिंदू पक्ष के वकील का दावा था कि तहखाने में मूर्तियों के टूटे हिस्से मिले हैं। वहीं, एक हिंदू वादी सीता साहू का दावा है कि पश्चिमी दीवार पर आधे इंसान और आधे जानवर की मूर्ति दिखी। हालांकि, एएसआई ने अब तक इन दावों के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।
#WATCH | Varanasi, Uttar Pradesh: ASI (Archaeological Survey of India) to conduct a survey of the Gyanvapi mosque complex today.
Subhash Nandan Chaturvedi, Advocate representing the Hindu side on the Gyanvapi case, says, “The third day of the survey will begin today. The primary… pic.twitter.com/gUm08wWBSd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 6, 2023
आज से सर्वे के दौरान एएसआई की तरफ से मशीनों के इस्तेमाल किया जाना है। पूरी ज्ञानवापी मस्जिद (वजूखाना छोड़कर) का सर्व किया जा रहा है। एएसआई ने सर्वे के लिए 61 लोगों की टीम भेजी है। इसके अलावा आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ भी यहां हैं। जो ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार से सर्वे करने में एएसआई के अफसरों की मदद करेंगे। एएसआई की टीम ने अब तक के सर्वे में काफी गहनता से पश्चिमी दीवार, गुंबद के भीतर और तहखाने में अपनी जांच का काम जारी रखा है। पूरे परिसर में कैमरे लगाए गए हैं। एएसआई के सर्वे में तमाम जगह के फोटो और वीडियो भी लिए जा रहे हैं। हैंडहेल्ड यंत्रों के जरिए भी एएसआई के लोग ज्ञानवापी मस्जिद के निर्माण के काल का निर्धारण करने की कोशिश कर रहे हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वे में पहले मुस्लिम पक्ष हिस्सा नहीं ले रहा था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब शनिवार से मुस्लिम पक्ष भी सर्वे के दौरान मौजूद दिख रहा है। अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के वकील अखलाक और मुमताज सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में दिखे। पहले कहा जा रहा था कि मुस्लिम पक्ष तहखानों की चाबी नहीं दे रहा है। बाद में चाबी से तहखानों के दरवाजे खोल दिए गए।