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Corona: वैक्सीन बना रही सीरम इंस्टीट्यूट के चेयरमैन ने कहा- चौंका दिया पीएम मोदी ने, जानें क्या हुआ

नई दिल्ली। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला CEO (Adar Poonawalla) ने कहा कि मोदी सरकार ने सुझाव दिया है कि वह जुलाई तक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University ) और ड्रगमेकर एस्ट्राज़ेनेका (AstraZeneca) द्वारा विकसित किए जा रहे कोरोना वायरस वैक्सीन (Covid Vaccine) की 300 से 400 मिलियन खुराक चाहती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi)  के साथ कोरोना वायरस वैक्सीन पर हो रही प्रगति को लेकर शनिवार को जो चर्चा हुई उसके बारे में अदार पूनावाला ने कहा है कि पीएम के साथ इम्प्लिमेंटेशन प्लान (क्रियान्वयन योजना) पर चर्चा हुई। वैक्सीन की खुराक को लेकर अदार पूनावाला ने कहा, “अभी तक, भारत सरकार की तरफ से हमें अभी लिखित में कुछ भी नहीं है कि सरकार कितनी खुराक खरीदेंगे लेकिन ये संकेत जरूर है कि जुलाई, 2021 तक 300-400 मिलियन खुराक होगी।” उन्होंने आगे कहा, “हम आपातकालीन उपयोग के लिए अगले दो हफ्तों में आवेदन करने की प्रक्रिया में हैं।”

पूनावाला ने कहा, “इस समय परीक्षण प्रभावकारिता के लिए जरूरत से अधिक थे। हम समूह में परीक्षण करने के लिए 18 साल से कम उम्र के बाद पर विचार कर सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हम प्रति माह 50-60 मिलियन खुराक का निर्माण कर रहे हैं। जनवरी के बाद यह 100 मिलियन खुराक होगी।”

वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी की जानकारी ने हमें चौंकाया

सीरम के सीईओ ने कहा कि टीके और टीके के उत्पादन के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को पहले से काफी कुछ जानकारी थी। वह इस संबंध में बहुत कुछ जानते हैं। चर्चा के दौरान हम भी हैरान थे कि वो पहले से ही इतना कुछ कैसे जानते हैं। पूनावाला ने कहा कि यही वजह रही कि बैठक में बहुत अधिक विस्तार से जानकारी नहीं देनी पड़ी। विभिन्न टीकों और उनसे जुड़ी चुनौतियों के बारे में संक्षिप्त ढंग से बात हुई।

बता दें कि पीएम मोदी ने शनिवार को कोरोना वैक्सीन से जुड़े कार्यों का जायजा लेने के लिए तीन शहरों के दौरे थे। जहां वो अपने आखिरी पड़ाव पर पुणे पहुंचे थे। यहां पीएम मोदी सीरम इंस्टिट्यूट पहुंचे और वैक्सीन कार्य प्रगति का जायजा लिया। बता दें कि कोरोना वैक्सीन ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनिका के साथ मिलकर बना रही है।

पीएम मोदी शनिवार को अपनी यात्रा की शुरुआत गुजरात के फार्मा प्रमुख जायडस कैडिला के संयंत्र की यात्रा के साथ की। उसके बाद वो हैदराबाद में भारत बायोटेक का दौरा किया, जो कोवाक्सिन पर काम कर रहा है, और अंत में पुणे पहुंचे।

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