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WB Panchayat Elections: पंचायत चुनाव में हुई हिंसा को लेकर एक्शन में शाह, सुकांत मजूमदार से की बात, मांगा रिपोर्ट

WB Panchayat Elections: बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में इन आंकड़ों में उलटफेर देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि हिंसा में मारे गए लोगों में कांग्रेस, टीएमसी, बीजेपी और माकपा के कार्यकर्ता शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय लोग भी घायल बचाए जा रहे हैं, जिनका उपचार अभी पास के नजदीकी अस्पताल में चल रहा है।

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नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अब एक्शन मोड में आ चुके हैं। उन्होंने इस संदर्भ में बाकायदा बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से फोन पर बात की है और घटना के संदर्भ में प्रतिवेदन तलब किया है। बता दें कि पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा की चपेट में आकर अब तक 12 लोगों के मौत की पुष्टि की जा चुकी है, जबकि घायलों को लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आंकड़ा जारी नहीं किया गया है, लेकिन बतौर पाठक आप एक बात का ध्यान दें कि न्यूज रूम पोस्ट अपनी तरफ से इन आंकड़ों की पुष्टि नहीं करता है।

बहुत मुमकिन है कि आगामी दिनों में इन आंकड़ों में उलटफेर देखने को मिले। बताया जा रहा है कि हिंसा में मारे गए लोगों में कांग्रेस, टीएमसी, बीजेपी और माकपा के कार्यकर्ता शामिल हैं। इसके अलावा स्थानीय लोग भी घायल बताए जा रहे हैं, जिनका उपचार अभी पास के नजदीकी अस्पताल में चल रहा है। वहीं, हिंसा की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है, ताकि असल सच्चाई सामने आ सकें। बीजेपी का आरोप है कि यह हिंसा सुनियोजित तरीके से कराई गई, लेकिन एक बड़ा सवाल अभी-भी लोगों के जेहन में है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बावजूद भी बंगाल की धरती में हिंसा की आग कैसे सुलगी? वहीं, इस हिंसा को लेकर मीडिया में दिए अपने बयान में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल ने राजीव सिन्हा को राज्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति करके सबसे बड़ी गलती की है, जिसका खामियाजा आज बंगाल की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि टीएमसी के गुंडों ने कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को मारा है। जिसकी आगामी दिनों में जांच की जानी चाहिए, लेकिन यह अपने आप में बड़ा सवाल है कि आखिर कैसे 70 हजार सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के बीच भी हिंसात्मक तत्व अपने नापाक इरादों को जमीन पर उतार पाए। बहरहाल, अब अमित शाह ने खुद हिंसा को संज्ञान में लेने के बाद सुकांत मूजमदार से ना महज बात की, बल्कि रिपोर्ट भी मांगा है। बहुत मुमकिन है कि अब आगामी दिनों में सियासी खलबली मचाने जैसा कोई कदम उठाए। लेकिन, ध्यान देने वाली बात है कि अभी तक सीएम ममता बनर्जी की ओर से अभी तक इस संदर्भ में कोई बयान सामने नहीं आया है, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस का बाजार गुलजार हो चुका है।

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