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Shashi Tharoor: अवैध निर्माण पर चले बुलडोजर से भड़के शशि थरूर, संबित पात्रा ने मुंहतोड़ जवाब देकर कर दी बोलती बंद

नई दिल्ली। हर मसले पर अपनी बेबाक राय से सुर्खियों के सैलाब में सराबोर रहने वाले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा की जा रही बुलडोजर वाली कार्रवाई पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने सरकार की बुलडोजर वाली कार्रवाई को असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने सरकार द्वारा की गई कार्रवाई को गलत बताया है। बिना किसी पूर्व नोटिस के जिस तरह से लोगों के घरों को तोड़ा जा रहा है, वह सरासर गलत है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह एक अमानवीय कृत्य है। इसके अलावा शशि थरूर ने केंद्र सरकार के उपरोक्त कृत्य को लोकतंत्र के लिए घातक करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की तरफ से की गई एकतरफा कार्रवाई है। वहीं, उन्होंने कहा कि यूके के पीएम भारत आए हुए हैं।

लाजिमी है कि इस दौरान लोकतंत्र के मसले पर चर्चा होगी। ऐसे में जिस तरह की गतिविधियां वर्तमान में देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि इससे भारतीय लोकतंत्र की छवि धूमिल होगी। हालांकि, सरकार दावा कर रही है कि वे अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, लेकिन यह दावा बिल्कुल निराधार है, जिसका कोई आधार नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि अभी तक बुलडोजर देश के तीन राज्यों में चला है। जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली शामिल है। इतना ही नहीं, बीते दिनों राजधानी दिल्ली में स्थित डीडीए की एक दुकान को भी ध्वस्त कर दिया गया था। अब तो इस पूरे देश की स्थिति ही बदल रही है। लिहाजा सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए की देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम भी है, की नहीं। उधर, शशि थरूर के इस बयान पर बीजेपी नेता व प्रवक्ता संबित पात्रा ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में किसी का धर्म देखकर कार्रवाई नहीं की जाती है, बल्कि गलत और सही देखकर कार्रवाई की जाती है।

उन्होंने आगे अपने बयान में कहा कि फिरोज नाम के एक आरोपी  ने  4 साल की बच्ची का रेप किया। कल कोर्ट ने उसकी सजा फांसी से घटाकर 20 साल कर दी है। हमने उसके घर तो  बुल़डोजर नहीं चलाया है। उधर, मुंबई ब्लास्ट के आरोपी याकूब मेमन के  घर पर भी बुलडोजर नहीं चलाया गया है। बता दें कि वर्तमान में केंद्र सरकार की तरफ से अवैध निर्माणों को बुलडोजर के जरिए ध्वस्त किया जा रहा है। जिसे लेकर सियासी गलियारों में बहस छिड़ी हुई है। कोई इसका विरोध कर रहा है, तो कोई इसका  समर्थन कर रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि अवैध निर्माण के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही यह कार्रवाई हितकारी है, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई लोगों के लिए अहितकर है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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