मुंबई। महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को महायुति सरकार का शपथग्रहण समारोह तय किया गया है। अब तक सीएम के नाम का एलान नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी एक बार फिर महाराष्ट्र की कमान सौंप सकती है। देवेंद्र फडणवीस पहले भी सीएम रहे हैं। महायुति की सरकार बनने पर उनको एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया था। इस बीच, सूत्रों के हवाले से ताजा खबर ये आई है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना चाहती है कि उसे महाराष्ट्र सरकार में गृह विभाग, उद्योग विभाग और शहरी विकास समेत 9 विभाग दिए जाएं। गृह, उद्योग और शहरी विकास बहुत ही अहम माने जाते हैं और आम तौर पर गठबंधन सरकारों में जिस पार्टी का सीएम होता है, उसके पास ही ये विभाग भी होते हैं।
इससे पहले चर्चा थी कि एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के लिए विधान परिषद स्पीकर का पद भी मांगा है। हालांकि, इस चर्चा पर एकनाथ शिंदे का कोई बयान नहीं आया है। महाराष्ट्र में 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे और महायुति ने बंपर जीत दर्ज की है। इसके बाद ही इन चर्चाओं ने जोर पकड़ा कि सीएम पद के लिए एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी के बीच तनातनी है। इस पर एकनाथ शिंदे ने मीडिया के सामने साफ कहा कि वो रोड़ा नहीं अटकाएंगे और पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फैसला मानेंगे। ऐसे में अब बड़े विभागों की मांग की चर्चा अगर सही है, तो लग ऐसा रहा है कि एकनाथ शिंदे सीएम पद गंवाने के एवज में बीजेपी पर अहम विभाग देने का दबाव डाल रहे हैं।
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन में शामिल बीजेपी ने 132 सीटें हासिल की हैं। जबकि, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटों पर जीत मिली है। महायुति की इस जीत से उसे चुनौती दे रही महाविकास अघाड़ी गठबंधन पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। महाविकास अघाड़ी में सबसे ज्यादा 20 सीट उद्धव ठाकरे की पार्टी को मिली हैं। जबकि, शरद पवार की पार्टी को 10 सीटें ही मिल सकी हैं। जबकि, लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने महायुति को जोर का झटका दिया था।