नई दिल्ली। भारत चमत्कारों से भरा देश है। यहां के प्रचलित मंदिरों की कई ऐसी कहानियां प्रसिद्ध हैं, जो इन्हें अद्भुत बनाती हैं। अपनी इन्हीं कहानियों और मान्यताओं की वजह से देश-विदेश में इन्हें पहचान भी मिली है। कई जगहें तो ऐसी हैं, जिनके बारे में वैज्ञानिक काफी लंबे समय से शोध कर रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी है। ऐसे ही चमत्कारिक मंदिरों में से एक है, राजस्थान के धौलपुर में स्थित अचलेश्वर महादेव मंदिर। इस मंदिर की कहानी, मान्यता और भगवान शिव के दर्शन अपने आप में बहुत महत्व रखते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है। इस बारे में कई रिसर्च किए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक इस बात का कोई भी तार्किक प्रमाण नहीं मिल पाया है।
इसके अलावा, ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग के दर्शन करने और भगवान शिव की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से युवक-युवतियों की शादी में आ रही बाधा समाप्त हो जाती है और उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिल जाता है। चंबल के बीहड़ों में स्थापित इस मंदिर के शिवलिंग का रंग दिन में लाल, दोपहर को केसरिया और रात को सांवला हो जाता है।
सैकड़ों साल पुराने इस मंदिर के विषय में कहा जाता है कि एक बार इस शिवलिंग को बाहर निकालने के उद्देश्य से खुदाई की गई, लोग खुदाई करते-करते थक के चूर हो गए लेकिन इसके दूसरे छोर का पता नहीं चल सका। ऐसे में यहां मंदिर का निर्माण कर दिया गया। शिवलिंग के अचल होने के कारण इस मंदिर का नाम अचलेश्वर महादेव मंदिर पड़ गया।