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Shivpal Yadav : सपा में शिवपाल यादव को मिली बड़ी जिम्मेदारी, पूरी हुई स्वामी प्रसाद की नए पद की उम्मीद

Shivpal Yadav : उपाध्यक्ष पद पर किरणमय नंदा और प्रमुख महासचिव पद पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव बरकरार हैं। यह दोनों पहले भी इसी पद पर थे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 14 महासचिव बनाए गए हैं। इसमें शिवपाल और स्वामी प्रसाद के अलावा मोहम्मद आजम खान,लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, अवधेश प्रसाद, इंद्रजीत वर्मा, मधु गुप्ता आदि को शामिल किया गया है।

Akhilesh and Shivpal

लखनऊ। कई दिनों से राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे थे कि शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी एक नई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। अब कई मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिल भी गई है। उन्हें समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया है। बताया जाता है कि उन्हें राष्ट्रीय महासचिव के साथ ही यूपी का प्रभारी भी बनाया गया है। इसके साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य का भी कद बढ़ा दिया गया है। उन्हें भी राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। रविवार को समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गई।

आपको बता दें कि मैनपुरी उपचुनाव के बाद से ही शिवपाल यादव को सपा में अहम जिम्मेदारी मिलने की बातें कही जा रही थीं। पिछले कुछ दिनों से शिवपाल यादव लगातार यूपी में दौरे भी कर रहे थे। वहीं, रामचरितमानस पर बयान से विवादों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया है। उनको इतना बड़ा कद देने से साफ हो गया है कि रामचरितमानस पर उनके बयान को लेकर सपा में कहीं कोई असमंजस नहीं है।

गौरतलब है कि उपाध्यक्ष पद पर किरणमय नंदा और प्रमुख महासचिव पद पर प्रोफेसर रामगोपाल यादव बरकरार हैं। यह दोनों पहले भी इसी पद पर थे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 14 महासचिव बनाए गए हैं। इसमें शिवपाल और स्वामी प्रसाद के अलावा मोहम्मद आजम खान,लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, अवधेश प्रसाद, इंद्रजीत वर्मा, मधु गुप्ता आदि को शामिल किया गया है। ज्यादातर नाम पिछड़ी जाति के नेताओं के हैं। बसपा और भाजपा से आए सभी बड़े नेताओं को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान दिया गया है। गौर करने वाली बात यह भी है कि इस बार उत्तर प्रदेश की राजनीति में जाति समीकरण पूरी तरीके से ध्यान में रखे गए हैं और समाजवादी पार्टी इस पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही है। 62 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जातीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा गया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ब्राह्मण नेता अभिषेक मिश्रा, पवन पांडे को भी जगह मिली है। इसी तरह पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा, लीलावती कुशवाहा, धर्मेंद्र यादव, जावेद आब्दी, दयाराम पाल आदि को भी शामिल किया गया है।

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