नई दिल्ली। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का 22 जनवरी 2025 (पौष शुक्ल द्वादशी) को एक साल पूरा हो जाएगा। इस उपलक्ष्य में पौष शुक्ल द्वादशी के दिन अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जाएगा। श्री राम मंदिर ट्रस्ट और संतों ने पौष शुक्ल द्वादशी को ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के नाम से मनाने का निर्णय लिया है। इस बार पौष शुक्ल द्वादशी 11 जनवरी 2025 को पड़ रही है। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि संतों के सुझाव के अनुसार यह आयोजन ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ के रूप में मनाया जाएगा।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Ayodhya, UP: General Secretary of the Shri Ram Mandir Trust, Champat Rai says, "On 22 January 2025, a year will be completed of Ram Mandir and the Pran Pratishtha ceremony of Lord will be held on Paush Shukla Dwadashi (11 January 2025). The event will be celebrated as 'Pratishtha… <a href=”https://t.co/dg1g2lCKbJ”>pic.twitter.com/dg1g2lCKbJ</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1861279500279128283?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 26, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
उन्होंने बताया कि भविष्य में यह प्रयास किया जाएगा कि सभी 18 मंदिरों की आरती का उच्च गुणवत्ता के साथ प्रसारण किया जाएगा। राम जन्मभूमि परिसर के अंदर निकास द्वार के पास यात्री सुविधा केंद्र में 3000 वर्ग फीट के क्षेत्र में अपोलो ग्रुप द्वारा इमरजेंसी हेल्थ केयर सेंटर जिसमें ईसीजी, अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी मिलेगी, इसका काम शुरू हो गया है। दक्षिणी भाग के 70 एकड़ परिसर में 500 लोगों की क्षमता का एक प्रेक्षागृह, अतिथियों के लिए विश्राम गृह, ट्रस्ट का ऑफिस और तीन द्वार को बनाने का काम उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को दिया गया है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Ayodhya, UP: General Secretary of the Shri Ram Mandir Trust, Champat Rai says, "We provided training to the priests for six months. Discussions regarding their recruitment have been completed. All the priests have been given their training certificates. Today, a set of… <a href=”https://t.co/09LvpsROLZ”>pic.twitter.com/09LvpsROLZ</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1861279493975089539?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 26, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
श्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि अर्चकों को छह महीने तक प्रशिक्षण दिया गया। उनकी भर्ती के संबंध में चर्चा पूरी हो चुकी है। सभी अर्चकों को उनके प्रशिक्षण प्रमाण पत्र दिए गए हैं। आज, मंदिर की नियमावली उनकी दी गई है जो इन दिशानिर्देशों से सहमत होंगे वे मंदिर में अपनी सेवा शुरू करेंगे। मुख्य बात यह है कि सभी अर्चकों को 18 मंदिरों में बारी-बारी से सेवा देनी होगी।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Ayodhya, UP: General Secretary of the Shri Ram Mandir Trust, Champat Rai says, "Over the past four years, many people have donated approximately 940 kilograms of silver to Lord God. This silver was refined by the Security Printing and Minting Corporation of India. Tests show that… <a href=”https://t.co/eeWXp7vqCe”>pic.twitter.com/eeWXp7vqCe</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1861279486391837105?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 26, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
चंपत राय ने बताया, पिछले चार वर्षों में, कई लोगों ने भगवान को लगभग 940 किलोग्राम चांदी का चढ़ावा चढ़ाया है। इस चांदी को गलाने और उसके परीक्षण आदि का काम सिक्योरिटी प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा किया गया था। जांच से पता चला है कि भक्तों द्वारा दान की गई चांदी उत्कृष्ट गुणवत्ता की है। 71 नमूनों में से 64 में 90% से 98% चांदी है। हम भगवान के चरणों में ऐसी उच्च गुणवत्ता वाली चांदी अर्पित करने के लिए हिंदू समुदाय के आभारी हैं।