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किसान आंदोलन को लेकर खुफिया एजेंसियों का खुलासा, खालिस्तान के लिए लोगों को भड़का रहा है ये संगठन

Khalistan flag

नई दिल्ली। दिल्ली में कृषि बिलों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के बीच देश विरोधी ताकतों के सक्रिय होने के सबूत मिले हैं। माना जा रहा है कि देश विरोधी ताकतें पंजाब में भोले-भाले लोगों को भड़काने में जुटी हुई हैं। इस बारे में खुफिया एजेंसियों ने खुलासा किया है कि पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर स्थित शंभू गांव में सिख फ़ॉर जस्टिस नाम का चरमपंथी संगठन लोगों को भड़काने की साजिश रच रहा है। ये संगठन लोगों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए उकसा रहा है। हाल ही में खालिस्तानी चरमपंथी संगठन सिख फॉर जस्टिस में शामिल 16 विदेशियों के खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट भी दाखिल की है। बता दें कि भारत की मल्टी एजेंसी सेंटर की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि सिख फॉर जस्टिस पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के शम्भू गांव में साजिश रच रहा है। सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक SFJ शम्भू-बॉर्डर पर लोगों को खालिस्तानी झंडा फहराने के लिए प्लान कर रहा है और लोगों को उकसा रहा है। इतना ही नहीं SFJ उन लोगों को इनाम भी दे रही है जो खालिस्तानी झंडा फहरा रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तान जिंदाबाद संगठन के कई पोस्टर भी चंडीगढ में लगाने की कोशिश की गई है। वहीं NIA ने जिन लोगों को लेकर चार्जशीट दायर की है, उन लोगों पर आरोप है कि वे विदेशों में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। बता दें कि जिन 16 खालिस्तानी विदेशियों के खिलाफ  NIA ने चार्जशीट दाखिल की गई है उसमें परमजीत सिंह पम्मा, गुरपतवंत सिंह पन्नू और जेएस धालीवाल जैसे नाम शामिल हैं।

वहीं ‘रेफरेंडम 2020’ के बैनर तले कुछ सिख संगठन अलग ‘खालिस्तान’ बनाने के लिए एक अलगाववादी अभियान चला रहे हैं। NIA अब इन सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर ही है। इनमें से जिन लोगों की प्रॉपर्टी भारत में है उसे जब्त किया जा रहा है। वहीं SFJ के कई खालिस्तानी समर्थक जो विदेशों में रह हैं उनकी भारत में मौजूद प्रॉपर्टी को जब्त किया जाएगा।

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