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Sonia Gandhi: अस्पताल में भर्ती सोनिया गांधी, जानें कैसी है कांग्रेस नेता की हालत, हेल्थ बुलेटिन जारी कर दी गई ये बड़ी जानकारी

हालांकि, अस्पताल ने अपने हेल्थ बुलिटेन में बताया कि अब उनकी हालत स्थिर है, लेकिन अभी उन्हें कुछ प्राथमिक उपचार की आवश्यकता है, जिसे देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बता दें कि इससे पहले जनवरी में भी सोनिया की तबीयत बिगड़ी थी।

sonia gandhi

नई दिल्ली। संप्रग अध्यक्ष व कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। गुरुवार को बुखार की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां चेस्ट मेडिसन विभाग के प्रमुख सीनियर डॉक्टर अरूप बासु की निगरानी में उनका उपचार चल रहा है। हालांकि, अस्पताल ने अपने हेल्थ बुलिटेन में बताया कि अब उनकी हालत स्थिर है, लेकिन अभी उन्हें कुछ प्राथमिक उपचार की आवश्यकता है, जिसे देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बता दें कि इससे पहले जनवरी में भी सोनिया की तबीयत बिगड़ी थी। तब भी उन्हें दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल में ही भर्ती करवाया गया था। ध्यान रहे कि सोनिया की तबीयत ऐसे वक्त में बिगड़ी है, जब राहुल देश में नहीं हैं।वे ब्रिटेन की क्रैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लैक्चर देने गए हुए हैं। जहां उन्होंने मुख्तलिफ मसलों को लेकर खुलकर अपनी राय जाहिर की है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में राहुल गांधी द्वारा जाहिर की गई राय को लेकर सियासी गलियारों में भूचाल देखने को मिलेगा और बीजेपी भी कांग्रेस पर हमलावर होगी। आइए, जानते हैं कि कांग्रेस नेता क्या का कुछ कहा है।

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है फासीवादी ताकतें अपने चरम पर पहुंच चुकी है। मौजूदा स्थिति विकराल हो चुकी है। राहुल ने आगे कहा कि हम निरंतर दबाव महसूस कर रहे हैं। जबरन विपक्षी नेताओं पर केस दर्ज किए जा रहे हैं। यहां तक की मेरे ऊपर भी केस दर्ज किए गए हैं। जो मामले बनते ही नहीं हैं, उन्हें लेकर भी मुझ पर केस दर्ज किया गया है। पेगासस में भी हम लोगों का नाम घसीटा जा रहा है। लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात किया जा रहा है।

राहुल ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए अपने लैक्चर में कहा कि भारत में मौजूदा सरकार ने मीडिया और न्यायपालिका को अपने कब्जे में ले लिया है। अभिव्यक्ति की आजादी चौपट हो चुकी है। आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्हें किसी भी मसले पर अपनी राय रखने का अधिकार नहीं दिया गया है। राहुल ने आगे कश्मीर मसले का जिक्र कर कहा कि जब मैं कश्मीर जाने की योजना बना रहा था, तो मेरी सुरक्षा में लगे लोग मेरे पास आए थे, और मुझसे कहा कि हमें आपकी सुरक्षा को लेकर आपसे बात करनी है। दरअसल, मेरी सुरक्षा में लगे लोगों ने आशंका व्यक्त की थी कि मेरे ऊपर ग्रेनेड  फेंके जा सकते हैं, लेकिन मैंने स्पष्ट कर दिया कि मुझे अपनी पार्टी के लोगों से बात करने दीजिए, क्योंकि यह हमारे लिए जरूरी है। राहुल ने आगे कहा कि हम कश्मीर की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं, इसलिए मैंने कश्मीर जाने का प्लान बनाया है और मैंने भारत जोड़ो यात्रा को अंजाम तक पहुंचाया है।

इस बीच राहुल ने यह भी कहा कि कुछ लोग भारत जोड़ो यात्रा को विफल करने की दिशा में जुटे हुए थे, लेकिन मैंने उनकी कोशिशों पर पानी फेर दिया है। इन सभी मसलों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल ने केंद्र की मोदी सरकार को सवालिया कटघरे में खड़ा किया है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में राहुल द्वारा सार्वजनिक किए गए इन मसलों लेकर हिंदुस्तान की राजनीति में भूचाल देखने को मिल सकता है। ध्यान रहे कि इससे पहले भी राहुल कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लैक्चर देने जा चुके हैं। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में उनकी राय को लेकर किसकी क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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