मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का निर्वाचन आयोग मंगलवार को एलान कर सकता है। इससे पहले खबर आ रही है कि बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी वाली महायुति गठबंधन में सीटों का बंटवारा करीब-करीब तय हो गया है। महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीट हैं और बहुमत के लिए 145 सीट चाहिए।
मीडिया की खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी 150 से 160 सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है। 2019 में बीजेपी ने 162 सीट पर चुनाव लड़ा था। जिसमें से उसे 105 सीट पर जीत हासिल हुई थी। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 90 से 95 सीट दी जा सकती है। पिछली बार जब शिवसेना में बंटवारा नहीं हुआ था, तब उसने महाराष्ट्र विधानसभा की 124 सीट पर चुनाव लड़ा था और 56 सीट पर जीत मिली थी। वहीं, अजित पवार की एनसीपी को 40 से 45 सीटें दिए जाने की उम्मीद है। 2019 में जब एनसीपी में बंटवारा नहीं हुआ था, तब उसने 121 सीट पर प्रत्याशी उतारे थे। इनमें से 54 एनसीपी उम्मीदवारों को जीत मिली थी।
बताया जा रहा है कि अगले एक से दो दिन में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में सभी प्रत्याशियों के नाम रखे जाएंगे। फिर वहां से बीजेपी के प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम फैसला होगा। इससे पहले ही एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी को दिए जाने वाली सीटों का खुलासा भी महायुति गठबंधन की तरफ से किया जाएगा। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले दिल्ली पहुंचे हैं। उनकी आज बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से बैठक होनी है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति महाराष्ट्र में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही। कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी और उद्दव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी ने मिलकर महायुति से ज्यादा सीट हासिल की। इसका असर भी महायुति के सीट बंटवारे पर पड़ी है। साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीतना महायुति के लिए जरूरी भी हो गया है। इसकी वजह है कि शिवसेना और एनसीपी में बंटवारा हुआ है और दोनों के नए धड़ों को ये साबित करना है कि उनको ही जनता असली शिवसेना और एनसीपी मानती है। इन दोनों घटक दलों की जीत बीजेपी के लिए भी अहम बना है। क्योंकि उद्धव ठाकरे और शरद पवार ये आरोप लगा चुके हैं कि बीजेपी ने उनकी पार्टियों में तोड़फोड़ करा कमजोर करने की कोशिश की।