नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के 6 महीने पूरे होने के अवसर पर बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर देशभर में किसान ‘काला दिवस’ मना रहे है, और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के इस प्रदर्शन को देश की कई विपक्षी पार्टियों ने भी समर्थन देने का ऐलान किया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किसानों के काला दिवस पर समर्थन करते हुए ट्वीट किया। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। लेकिन ट्विटर के जरिए किसान आंदोलन का समर्थन करना और केंद्र सरकार पर निशाना साधने के चक्कर में वह खुद सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। इतना ही लोगों ट्विटर पर सपा प्रमुख को जमकर लताड़ भी लगाई।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, बहाकर अपना ख़ून-पसीना जो दाने पहुँचाता घर-घर, ‘काला दिवस’ मना रहा है, आज वो देश का ‘हलधर’, भाजपा सरकार के अहंकार के कारण आज देश में किसानों के साथ जो अपमानजनक व्यवहार हो रहा है उससे देश का हर नागरिक आक्रोशित है। हमारे हर निवाले पर किसानों का क़र्ज़ है।
बहाकर अपना ख़ून-पसीना जो दाने पहुँचाता घर-घर
‘काला दिवस’ मना रहा है, आज वो देश का ‘हलधर’भाजपा सरकार के अहंकार के कारण आज देश में किसानों के साथ जो अपमानजनक व्यवहार हो रहा है उससे देश का हर नागरिक आक्रोशित है.
हमारे हर निवाले पर किसानों का क़र्ज़ है. #किसान#KisanEktaMorcha
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 26, 2021
लोगों ने लगाई अखिलेश यादव की क्लास
अखिलेश यादव के ट्वीट पर लोगों ने रिट्वीट करते हुए जमकर निशाना साधा। एक यूजर ने सपा अध्यक्ष पर तंज कसते हुए लिखा, ऐसे बोल रहे हैं जैसे 25 वर्ष – 20 वर्ष शासन करके किसानों का उद्धार कर दिया था, हमारे देश के अन्नदाता हमारे किसानों को सोने की थाली में खाना परोसा था, मोदी जी ने आते ही, लाल टोपी द्वारा दिए गए सोने की थाली को छीन लिया क्या ? इतने दोगले मानसिकता पैदाइशी है या कोई कोर्स किया है ?।
ऐसे बोल रहे हैं जैसे 25 वर्ष – 20 वर्ष शासन करके किसानों का उद्धार कर दिया था,
हमारे देश के अन्नदाता हमारे किसानों को सोने की थाली में खाना परोसा था, मोदी जी ने आते ही, लाल टोपी द्वारा दिए गए सोने की थाली को छीन लिया क्या ?
इतने दोगले मानसिकता पैदाइशी है या कोई कोर्स किया है ?— Abhishek Chaturvedi ‘Abhi’ (@chaturvediabhi4) May 26, 2021
कभी तो दिमाग लगा कर बोला करो या फिर सूची ही बनाओगे गलत कहने वालों की जितना समय सूची बनाने में लगा रहे हो उतना समय समाज सेवा में लगा देते तो लोग बुरा क्यों कहते तब तो सरकारी बंगले से टोटी तक निकाल कर ले गए प्रदेश को क्या दोगे यार
— डॉ बृजेश मिश्रा (@76w98RwatBv10od) May 26, 2021
काला दिवस किसान नही तुम जैसे कुर्सी के लालची लोग मना रहे है। किसान हमेशा से हम सब का अन्न दाता रहा है और रहेगा। आंदोलन में किसान नही तुम्हारे ही आदमी बैठे है। और तुम उनसे ही किसानों के नाम पर काला दिवस मनवा रहे हो। अब जनता तुम्हारे बहकावे में नही आने वाली। जनता सब समझती है।
— मोनू कुमार (@85aggarwal) May 26, 2021
— Praveen Sharma (@sharmapraveenok) May 26, 2021