नई दिल्ली। सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म के खिलाफ बयान दिया है। दिल्ली के एक कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को धोखा बताया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को उद्धृत किया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिंदू एक धोखा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दो बार कहा है कि हिंदू कोई धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग जब इस तरह की बात करते हैं, तो किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचती, लेकिन स्वामी प्रदा मौर्य यही बात बोल दे, तो इससे लोग नाराज हो जाते हैं। सुनिए स्वामी प्रसाद का बयान।
#WATCH | Delhi: Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya says, “Hindu ek dhokha hai…RSS Chief Mohan Bhagwat has said twice that there is no religion called Hindu but instead, it is a way of living. Prime Minister Modi has also said that there is no Hindu religion…Sentiments… pic.twitter.com/1qnULH1rqt
— ANI (@ANI) December 26, 2023
स्वामी प्रसाद मौर्य के इस ताजा बयान का सपा में ही विरोध हो रहा है। देखिए कि सपा के प्रवक्ता आईपी सिंह ने स्वामी प्रसाद को क्या नसीहत दी है।
जो घर फूकें आपनो चले हमारे साथ।
आपकी बेटी बीजेपी से सांसद घोर सनातनी है।
पहले उसे हिन्दू धर्म, सनातन धर्म की कमियों के बारे में समझा लेते।जब 5 वर्ष BJP से कैबिनेट मंत्री थे तब दो शब्द हिन्दू धर्म के बारे में मुँह से नहीं निकला।
मुझे लगता है आप स्वामी जी बीजेपी के इशारे पर काम… pic.twitter.com/D2fpDKSBdA
— I.P. Singh (@IPSinghSp) December 26, 2023
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदू धर्म और इसके ग्रंथों के अलावा देवी-देवताओं के बारे में विवादित बयान देते रहते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य जबसे बीजेपी छोड़कर सपा में गए हैं, तभी से वो हिंदुओं के खिलाफ बयानबाजी कर विवाद खड़ा करते रहते हैं। सपा की ब्राह्मण महासभा की बैठक में लोगों ने इसकी शिकायत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी की थी। इस पर अखिलेश यादव ने कहा था कि वो इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाएंगे। अखिलेश के इस वादे के एक दिन बाद ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है और हिंदू धर्म को धोखा बताया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को अनुसूचित जाति और महिलाओं के खिलाफ बताया था। स्वामी प्रसाद के इस बयान के बाद पिछड़ों के एक संगठन ने लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियों को जलाया भी था। इस मामले में 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ था। बीते दिनों ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने लक्ष्मी पूजन के बारे में भी विवादित बयान दिया था।