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Swami Prasad Maurya Against Hindu Religion: सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म के बारे में दिया विवादित बयान, देखिए Video

Swami Prasad Maurya Against Hindu Religion: स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को अनुसूचित जाति और महिलाओं के खिलाफ बताया था। उन्होंने लक्ष्मी पूजा पर भी विवादित बात कही थी।

नई दिल्ली। सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म के खिलाफ बयान दिया है। दिल्ली के एक कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म को धोखा बताया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बयान के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट के फैसले और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को उद्धृत किया। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिंदू एक धोखा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने दो बार कहा है कि हिंदू कोई धर्म नहीं, बल्कि जीवन जीने की शैली है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग जब इस तरह की बात करते हैं, तो किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचती, लेकिन स्वामी प्रदा मौर्य यही बात बोल दे, तो इससे लोग नाराज हो जाते हैं। सुनिए स्वामी प्रसाद का बयान।

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस ताजा बयान का सपा में ही विरोध हो रहा है। देखिए कि सपा के प्रवक्ता आईपी सिंह ने स्वामी प्रसाद को क्या नसीहत दी है।

बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदू धर्म और इसके ग्रंथों के अलावा देवी-देवताओं के बारे में विवादित बयान देते रहते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य जबसे बीजेपी छोड़कर सपा में गए हैं, तभी से वो हिंदुओं के खिलाफ बयानबाजी कर विवाद खड़ा करते रहते हैं। सपा की ब्राह्मण महासभा की बैठक में लोगों ने इसकी शिकायत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी की थी। इस पर अखिलेश यादव ने कहा था कि वो इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाएंगे। अखिलेश के इस वादे के एक दिन बाद ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है और हिंदू धर्म को धोखा बताया है।

स्वामी प्रसाद के बयान के बाद कुछ लोगों ने रामचरितमानस की प्रतियां फाड़कर उनको आग के हवाले किया था।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने इससे पहले हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ रामचरितमानस के खिलाफ बयान दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को अनुसूचित जाति और महिलाओं के खिलाफ बताया था। स्वामी प्रसाद के इस बयान के बाद पिछड़ों के एक संगठन ने लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियों को जलाया भी था। इस मामले में 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ था। बीते दिनों ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने लक्ष्मी पूजन के बारे में भी विवादित बयान दिया था।