देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर से फंसे 8 राज्यों के 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने के लिए आज 11वें दिन भी जद्दोजहद जारी है। इस जद्दोजहद के बीच पीएम नरेंद्र मोदी लगातार मजदूरों के बचाव ऑपरेशन पर नजर रखे हुए हैं। पीएम मोदी ने आज एक बार फिर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी को फोन कर मजदूरों को बचाने के काम की प्रगति की जानकारी ली है। सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ये जानकारी दी है। मोदी इससे पहले 4 बार धामी को फोन कर बचाव कार्य के बारे में जानकारी ले चुके हैं।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने आज फोन पर बात कर सिलक्यारा, उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी को केंद्रीय…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 22, 2023
उधर, सिलक्यारा सुरंग तक एक नई मशीन भी आखिरकार पहुंच गई। ये मशीन रास्ता खराब होने की वजह से मंगलवार को सिलक्यारा सुरंग तक पहुंच नहीं सकी थी। जरूरी मशीनों को मजदूरों के बचाव के लिए पहुंचाने के वास्ते बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने भी मोर्चा खोला है। उसने सुरंग तक पहुंचने वाले रास्तों को ठीक किया है। इससे अब भारी मशीनें भी मौके पर पहुंच जाएंगी।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | A machine that was stuck yesterday due to the road being narrow, has now reached the Silkyara tunnel site where rescue operations to bring out the trapped workers are underway. pic.twitter.com/KbN6OvYdFC
— ANI (@ANI) November 22, 2023
#WATCH उत्तराखंड: उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर BRO के एक कार्यकर्ता लक्षू राउत ने बताया, “…आज हम सड़क की मरम्मत करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि मशीनों को सुरंग स्थल तक ले जाने में कोई कठिनाई न हो…” https://t.co/pMPNZVVTKK pic.twitter.com/hUrbKH9YTW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2023
#WATCH उत्तरकाशी (उत्तराखंड): सीमा सड़क संगठन (BRO) द्वारा सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। सिलक्यारा सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिकों को बचाने के लिए बचाव अभियान जारी है। pic.twitter.com/k5QuHGkg3D
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2023
सिलक्यारा सुरंग में 60 मीटर मलबे के पीछे फंसे मजदूरों को निकालने के लिए ऊपर से भी डेढ़ फिट चौड़ा रास्ता बनाने की कोशिश हो रही है। इस रास्ते को काटने के लिए सिलक्यारा सुरंग के ऊपर जगह भी चिन्हित कर ली गई है। सुरंग को ऊपर काटने के लिए विशेष मशीन भी मौके पर पहुंच गई है। इस जगह से रास्ता बनाने का सुझाव रेलवे के इंजीनियरों और विदेशी राहत विशेषज्ञों ने दिया था।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Location has been identified for vertical drilling to bring out 41 workers trapped inside Silkyara Tunnel.
A part of the Silkyara tunnel collapsed in Uttarkashi on November 12. pic.twitter.com/EPYq0eEBNE
— ANI (@ANI) November 22, 2023
सिलक्यारा सुरंग के दूसरी तरफ बड़कोट से भी मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश जारी है। बड़कोट की तरफ से सुरंग को काटने का काम सोमवार से शुरू हुआ था। पहले यहां डायनामाइट लगाकर विस्फोट किया गया और फिर मशीनों से कटाई का काम जारी है। आज सुबह तक करीब 8 मीटर सुरंग बड़कोट के रास्ते खोदी जा चुकी थी। बड़कोट के रास्ते मजदूरों तक पहुंचने के लिए 400 मीटर से ज्यादा खोदाई करनी पड़ेगी। वहीं, मजदूरों के पास सुरंग के अंदर 2 किलोमीटर की सुरक्षित जगह है। उनको 6 इंच के पाइपलाइन के जरिए भोजन, दवा और जरूरी चीजें दी जा रही हैं। पहले करीब 24 मीटर तक 900 मिलीमीटर की पाइप बिछाने में सफलता मिली थी। फिर चट्टान सामने आने से इस पाइप को बिछाने का काम रुक गया। अब इसी पाइप के भीतर 800 मिलीमीटर की पाइप मजदूरों तक पहुंचाने का काम चल रहा है। ताजा जानकारी के मुताबिक करीब 42 मीटर तक पाइप मलबे को काटकर आगे पहुंचाया जा चुका है। ऐसे में अगले 48 घंटे के भीतर मजदूरों के बचाव की अच्छी खबर मिलने के आसार दिखने लगे हैं।