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Swami Prasad Maurya Controversial Statement: सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने भगवा को आतंकवाद से जोड़ा, विभाजन के मसले पर जिन्ना को दी क्लीनचिट

स्वामी प्रसाद मौर्य जबसे बीजेपी का साथ छोड़कर सपा में गए हैं, तभी से हिंदू धर्म के बारे में लगातार विवादित बयान देते रहते हैं। रामचरितमानस के बारे में उनके विवादित बयानों के बाद लखनऊ में एक संगठन ने इस धार्मिक ग्रंथ के पन्नों को आग के हवाले भी किया था। उस मामले में मौर्य पर केस भी हुआ।

Swami Prasad Maurya

बलिया। सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर विवाद खड़ा करने वाला बयान दिया है। यूपी के बलिया पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि भगवा के वेश में जो लोग आतंक की भाषा बोलते हैं, उनको वो आतंकवादी मानते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू महासभा पर भी हमला बोला। मौर्य ने कहा कि हिंदू महासभा की विचारधारा ही आजादी से पहले दो राष्ट्रों की रही। उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा की इसी विचारधारा के कारण देश का विभाजन हुआ। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना भारत के बंटवारे के जिम्मेदार नहीं हैं। सपा महासचिव ने मीडिया से बात करते हुए ये सभी बातें कहीं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले भी हिंदू महासभा को भारत के विभाजन का जिम्मेदार बताया था और जिन्ना को क्लीन चिट दी थी।

स्वामी प्रसाद मौर्य जबसे बीजेपी का साथ छोड़कर सपा में गए हैं, तभी से हिंदू धर्म के बारे में लगातार विवादित बयान देते रहते हैं। रामचरितमानस के बारे में उनके विवादित बयानों के बाद लखनऊ में एक संगठन ने इस धार्मिक ग्रंथ के पन्नों को आग के हवाले भी किया था। उस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ भी केस दर्ज हो चुका है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कभी कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी। अखिलेश हमेशा ऐसे मुद्दों पर कहते हैं कि सपा हर धर्म का सम्मान करती है। अब स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस बार के बयान में मायावती और उनके भतीजे आकाश आनंद के बारे में भी मीडिया से बात की। आकाश आनंद को मायावती ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। इस बारे में पूछे जाने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जिस तरह कांशीराम ने मायावती को अपना उत्तराधिकारी बनाया था, उसी तरह अब मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाने का एलान किया है। कुल मिलाकर स्वामी प्रसाद मौर्य इस मसले पर कोई भी गंभीर टीका-टिप्पणी करने से बचते नजर आए। अब देखना ये है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के ताजा विवादित बयान पर किस तरह माहौल गरम होता है और कौन उनके इस बयान पर किस तरह की प्रतिक्रिया देता है।

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