नई दिल्ली। बीत दिनों योगी कैबिनेट छोड़कर स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हुए थे। मौर्य ने पार्टी छोड़ते ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। लेकिन भाजपा से सपा की साइकिल में सवार होने वाले स्वामी प्रसाद की हालत पतली होती नजर आ रही है। दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य किस सीट से चुनाव लड़ने जा रहे है। इसको लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। पडरौना से विधायक रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की अब सीट बदल दी गई है और इस बार वो पडरौना से नहीं बल्कि कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। उनकी सीट बदलने के पीछे की वजह मानी जा रही है कि भाजपा द्वारा आरपीएन सिंह पर दांव लगाया जाना। हालांकि ये जानकारी अभी सामने नहीं आई है कि सपा अब पडरौना से किस प्रत्याशी को चुनाव में उतारने जा रही है।
आरपीएन सिंह के भाजपा का दामन थामने जाने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए यह सीट सुरक्षित नहीं रह गई थी। कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए आरपीएन सिंह के पडरौना से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे है। ऐसे में पहले से ही स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट बदलने की अटकलें तेज हो गई थीं। जिसके बाद आखिरकार उन्हें पडरौना सीट छोड़ अब फाजिलनगर से चुनाव लड़ने का फैसला कर दिया गया है। इसके साथ ही अखिलेश यादव को ये भी डर सताने लगा है कि आरपीएन सिंह के हाथों स्वामी प्रसाद मौर्य को हार का सामना ना करना पड़े। क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य 2009 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह से मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।
फाजिलनगर में भी है भाजपा का दबदबा
लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए फाजिलनगर सीट से चुनाव जीतना भी बेहद कठिन साबित हो सकता है, क्योंकि इस सीट पर भाजपा का दबदबा है और पिछले 2 बार से यहां बीजेपी ने दिग्गज नेता साल 2012 और 2017 में जीते गंगा सिंह कुशवाहा के बेटे सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होगा। जबकि 14 फरवरी को दूसरे का चरण का मतदान डाले जाएंगे। इसके अलावा 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च को छठे चरण और सात मार्च को सातवें और आखिरी चरण का वोटिंग होगी। वहीं 10 मार्च को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।