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Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले को लेकर तौकीर रजा का जेल भरो आंदोलन आज, बरेली में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था, शहर भर में PAC मौजूद

नई दिल्ली। ज्ञानवापी और ईदगाह मुद्दे को लेकर मौलाना तौकीर रजा के नेतृत्व में चल रहे जेल भरो आंदोलन को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि एक परिंदा भी बिना ध्यान दिए वहां से नहीं गुजर सकता। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पड़ोसी जिलों से भी फोर्स बुलाई गई है। मौलाना तौकीर रजा ने ज्ञानवापी मुद्दे को लेकर जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है। इससे पहले गुरुवार को आरएएफ, पीएसी के साथ पुलिस अधिकारियों और एसएसपी व सिटी एसपी समेत तमाम अधिकारियों ने फ्लैग मार्च किया और चेतावनी दी कि कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

 

इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) की ओर से विभिन्न स्थानों पर पर्चे बांटे गए हैं, जिसमें मुसलमानों से अपील की गई है कि वे शुक्रवार को इस्लामिया ग्राउंड में इकट्ठा हों और अपनी मस्जिदों, मदरसों, धर्मस्थलों और साथी मुसलमानों को लिंचिंग से बचाने के लिए कलक्ट्रेट तक मार्च करें। इस संबंध में एसएसपी घुले सुशील चंद्र ने बताया कि भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पड़ोसी जिलों से भी फोर्स बुलाई गई है। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी और पूरे जिले को सेक्टर और जोन में बांटा गया है.

कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. इस बीच, सिटी एसपी राहुल भाटी ने कहा है कि मौलाना तौकीर रजा ने जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है और पर्चे बांटकर मुसलमानों से इकट्ठा होने की अपील की है. इस मामले में कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है. मौलाना तौकीर रजा और 30 पार्टी पदाधिकारियों को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि किसी भी सभा की इजाजत नहीं दी गई है. कानून को अपने हाथ में लेने का प्रयास करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि भारत में मुसलमान बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं. मौलाना तौकीर रज़ा को सुप्रीम कोर्ट, मोदी सरकार या इंटेलिजेंस ब्यूरो समेत किसी भी सरकारी मशीनरी पर कोई भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबरी के.पी. हमसे छीन लिया गया और उस समय मुसलमानों ने देश की शांति और समृद्धि के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, जबकि अब जब मोदी सरकार ने ज्ञानवापी और ईदगाह सहित 3,000 मस्जिदों की सूची तैयार की है, जो हमसे छीन ली जाएंगी. मुसलमान इसकी इजाज़त नहीं देंगे। इसलिए अब हमें चुप रहने की जरूरत नहीं है, बल्कि हम सामूहिक गिरफ्तारियां देंगे और पूरे देश में जेल भरो आंदोलन होगा। इस दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ी तो सरकार जिम्मेदार होगी

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