पटना। देश में हिंदू-मुस्लिम करना नेता बंद नहीं कर रहे हैं। ताजा मामला आरजेडी के नेता और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव का है। तेजस्वी ने रविवार को संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना में हुए एक कार्यक्रम में मुस्लिमों को भड़काने के अंदाज में भाषण दिया। तेजस्वी ने भाषण देते हुए कहा कि भारत में हिंदू कभी खतरे में नहीं पड़ सकता। उन्होंने कहा कि सेना के तीनों प्रमुख हिंदू हैं। राष्ट्रपति और पीएम हिंदू हैं। किसी राज्य में मुस्लिम सीएम तक नहीं है। फिर भी बीजेपी कहती है कि देश में हिंदू खतरे में है। तेजस्वी ने कहा कि हिंदू न पहले खतरे में था और न आगे रहेगा।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आरजेडी के युवा नेता ने कहा कि हिंदू के लिए खतरे की बात वे लोग कर रहे हैं, जिनकी खुद की कुर्सी खतरे में है। बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी तो मुसलमानों के वोटिंग का हक तक छीन लेना चाहती है। बीजेपी ने बिहार विधानसभा में ये मुद्दा उठाया था और सीएम नीतीश कुमार इस पर चुप्पी साधे बैठे रहे थे। तेजस्वी ने इसके बाद अपने निशाने पर नीतीश को लिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में हिम्मत है, तो जो वादे किए थे, उन पर काम करे। बिहार के 19 लाख युवाओं को रोजगार और विशेष राज्य का दर्जा बिहार को देने की मांग केंद्र सरकार से वो क्यों नहीं करते?
आरजेडी समेत महागठबंधन के तमाम नेता इस कार्यक्रम में मौजूद थे। इस कार्यक्रम में नेताओं के भाषण से पहले नीतीश सरकार के कामकाज पर रिपोर्ट भी जारी हुआ। इस रिपोर्ट में बिहार की एनडीए सरकार को लुटेरा बताया गया है। बता दें कि बीते दिनों रमजान के दौरान तेजस्वी की इफ्तार पार्टी में नीतीश भी गए थे। तब लग रहा था कि दोनों के बीच रिश्ते नया मोड़ ले रहे हैं, लेकिन अब जिस तरह तेजस्वी ने नीतीश को निशाना बनाया है, उससे लग रहा है कि दोनों के बीच तल्खियां अभी बरकरार हैं।