थालासेरी (केरल)। केरल के थालासेरी स्थित चर्च के आर्च बिशप मार जोसेफ पंपलानी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि चर्च के लिए बीजेपी अछूत नहीं है। केरल के रबड़ पौधा उगाने वालों के बारे में ‘मनोरमा न्यूज’ से बातचीत में आर्च बिशप पंपलानी ने कहा कि इन रबड़ किसानों के हित के बारे में जो भी सोचेगा और कदम उठाएगा, उसके साथ हम खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि ये केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, हम हर किसी के साथ खड़े हैं, जो किसान की मुश्किलों को हल करेगा। पंपलानी का ये बयान काफी अहम है, क्योंकि अब तक विपक्षी दल ये कहते रहे हैं कि बीजेपी चर्च और ईसाइयों के खिलाफ है। आर्च बिशप के बयान पर केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम भड़की नजर आ रही है।
आर्च बिशप मार जोसेफ पंपलानी ने हालांकि इन खबरों का खंडन किया कि केरल में चर्च या वो बीजेपी का समर्थन करने जा रहे हैं। पंपलानी ने कहा कि हमने अब तक देश पर शासन कर रही पार्टी (बीजेपी) से कई मसलों पर बात की है। चर्च या उसके कर्ताधर्ता देश का शासन संभाल रही पार्टी से बातचीत करने के विरोध में नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि ये उनकी राय है और इसे भारत में कैथोलिक चर्च की सामूहिक राय नहीं मानना चाहिए। केरल में कैथोलिक किसान कॉन्फ्रेंस को थालासेरी आर्च डायोसिस ने कराया था। जिसमें पंपलानी भी शामिल हुए थे।
आर्च बिशप पंपलानी ने कहा कि चर्च कभी भी अछूत की अवधारणा को नहीं मानता। हमने केरल में इस तरह की गलतियों को समाज से मिटाने का काम किया है। हमारी डिक्शनरी में अछूत शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी हमारे पास आएगा, उसकी पार्टी या भावना से इतर हम स्वागत करेंगे। आर्च बिशप के इस बयान पर केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम भड़कती दिखी है। केरल की वाममोर्चा सरकार में मंत्री मोहम्मद रियाज ने प्रतिक्रिया दी है। रियाज ने कहा कि अभी उन्होंने पंपलानी का बयान नहीं देखा है। साथ ही कहा कि आरएसएस देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश कर रहा है। इससे मुसलमान और ईसाई डरे हुए हैं। वहीं, सीपीएम के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने कहा कि केरल में आरएसएस और बीजेपी की रणनीति सफल नहीं होगी।