News Room Post

Mann Ki Baat: टूट चुका था हौसला, लगा सब खत्म, फिर PM मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम ने दी नई उम्मीद, जानें इस दंपति की कहानी

pm modi

नई दिल्ली। शब्दों में असीम सामर्थ्य निहित है। ये शब्द ही तो हैं, जो कभी हमें उत्साहित करते हैं, तो कभी निरुत्साहित। शब्दों का सही उपयोग नहीं करने पर बसी बसाई जिंदगी उजर जाती है और शब्दों का सही उपयोग जिंदगी संवार भी देती है। कुछ इसी तरह से प्रत्येक रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शब्दों के पिटारे के साथ अपना ‘मन की बात’ कार्यक्रम देशवासियों के बीच लेकर आते हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम में पीएम मोदी जनसरोकारों से संदर्भित कई मुद्दों को प्रकाश में लाते हैं। अपने उक्त कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज के एक बड़े वर्ग को उत्साहित भी करते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका जीवन में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम ने बदलकर रख दिया है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, शिमोगा के रहने वाले सुरेश भट.एसआर और मैथिली आज इनके चेहरे की खुशी खुद बता रही है कि कैसे इनका सपना साकार हो रहा है। वो भी केंद्र सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के माध्यम से सुरेश की कंपनी को 25 लाख रुपये का अनुदान मिला जिसके बाद उन्होनें अपनी कंपनी की मशीनरी स्थापित की और सुपारी के रेशे से विभिन्न उत्पादों का निर्माण कर विदेशी की बाजार तक अपनी छाप छोडी। आज सुरेश और उनकी धर्मपत्नि मैथिली नए प्रयोग करके नट शीट से चप्पल, पेन स्टैंड, डेयरी, वैनिटी बैग और अन्य उत्पाद बना रहे हैं। अब सुरेश और मैथिली की सराहना प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने मन की बात में की जिसपर इस दम्पति का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे काम की तारीफ की है, जिससे हमें नई प्रेरणा मिली है।

आपको बता दें कि साल 2014 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वप्रथम ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी। अब तक के अपने कार्यकाल में उन्होंने कई मुद्दों पर मन की बात कार्यक्रम किया है। प्रत्येक रविवार को उनका यह कार्यक्रम रेडियों पर टेलीकॉस्ट किया जाता है,जिसका पूरे देश को इंतजार रहता है। ध्यान रहे, मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी द्वारा उठाए गए मुद्दे अगले दिन अखबारों की सुर्खियों में अपनी जगह बना लेते हैं। अब ऐसे में बतौर पाठक आपका उपरोक्त प्रसंग पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा।

Exit mobile version