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Corona New Variant: कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच NeoCoV का संकट!, जानिए कितना खतरनाक है ये वेरिएंट 

corona virus

नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने हमारे मन-मस्तिष्क को इस प्रकार जकड़ लिया है कि हम लगातार डर के साये में जीने को मजबूर हो चुके हैं। लगभग 2 साल पहले वुहान से डर का जो सफर शुरू हुआ, वो लगातार जारी है। इस बीच कोरोना वायरस ने भी लगातार रूप बदले। कभी अल्फा तो कभी डेल्टा और कभी ओमिक्रोन, कोरोना वायरस ने लगातार तेवर बदले हैं। लोग अब ये सोचने लगे हैं, कि अब कौन सा वैरिएंट आने वाला है। बीते शुक्रवार को गूगल ने जो जानकारी दी, उसके अनुसार, भारतवासियों ने शुक्रवार को गूगल पर एक शब्द की खोज की। वो शब्द पांच लाख सर्चस के साथ शुक्रवार तक टॉप पर रहा। वो शब्द NeoCOV है।

क्या है NeoCOV?

NeoCOV कोरोना का संभावित वैरिएंट है। चीन के एक वैज्ञानिक समूह ने पीयर रिव्यू स्टडी जारी की है, जिनमें इन बातों का खुलासा किया गया है। इस समूह में वुहान यूनिवर्सिटी के कुछ एक्सपर्ट भी शामिल हैं। गौरतलब है कि NeoCOV कोरोना का नया वैरिएंट नहीं है, बल्कि यह MERS-CoV से जुड़ा हुआ है। MERS-CoV कोरोना के बड़े परिवार से संबंधित है। यह कोरोना वायरस के उन सात प्रकारों में से एक है, जो इंसान को संक्रमित कर सकते हैं। बता दें कि MERS-CoV 2010 के दशक में खाड़ी देशों सहित दक्षिण कोरिया में तबाही मचा चुका है। इसको लेकर डब्ल्यूएचओ (WHO) के आंकड़े भी भयावह हैं। आंकड़ें बताते हैं कि MERS-CoV इंफेक्शन की चपेट में आए तकरीबन 35 प्रतिशत लोगों की मौत हो चुकी है।


चिंता करने की जरूरत नहीं

NeoCOV के रिसर्च पेपर बताते हैं कि NeoCOV अभी तक केवल चमगादड़ों में ही पाया गया है। एक विशेष प्रकार के म्यूटेशन के बाद ही यह इंसान में फैलता है। NeoCoV संक्रमित करने के लिए रिसेप्टर्स का उपयोग करता है। बता दें कि रिसेप्टर्स बायोलॉजी का टर्म है, जिसका मतलब एक प्रकार की कोशिका होती है।

गूगल पर अब तक पांच लाख सर्च से भी अधिक सर्च

NeoCOV को लेकर लोगों में डर को इस बात से समझा जा सकता है कि बीते शुक्रवार यानी 28 जनवरी को लोगों द्वारा NeoCOV को लेकर पांच लाख तक सर्च किए जा चुके थे। शुक्रवार को गूगल ने इस बात की जानकारी दी।

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